Ambedkar Jayanti 2025: बाबा साहब अंबेडकर से जुड़े टॉप 10 दिलचस्प और रोचक तथ्य
- Dr BR Ambedkar Jayanti 2025: 14 अप्रैल का दिन देश भर में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती, भीम जयंती, अंबेडकर स्मृति दिवस, समानता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जानिए उनके जीवनी से जुड़े 10 रोचक तथ्यों को।

Top 10 Amazing Facts about Dr. B. R. Ambedkar: 14 अप्रैल का दिन देश भर में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती, भीम जयंती, अंबेडकर स्मृति दिवस, समानता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 14 अप्रैल को बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती होती है।
डॉ. बीआर अंबेडकर एक प्रसिद्ध राजनीतिक नेता, दार्शनिक, लेखक, अर्थशास्त्री, न्यायविद्, बहु-भाषाविद्, धर्म दर्शन के विद्वान और एक समाज सुधारक थे, जिन्होंने भारत में छूआछूत और सामाजिक असमानता के उन्मूलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया। जानिए उनके जीवनी से जुड़े 10 रोचक तथ्यों को।
टॉप 10 बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़े रोचक तथ्य-
1. बाबा साहेब अंबेडकर का परिवार महार जाति (दलित) से संबंध रखता था, जिसे अछूत माना जाता था। उनके पूर्वज लंबे समय तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कार्यरत थे। उनके पिता ब्रिटिश सेना की महू छावनी में सूबेदार थे।
2. बाबासाहेब दुनिया के पहले और एकमात्र सत्याग्रही थे, जिन्होंने पीने के पानी के लिए सत्याग्रह किया था।
3. अंबेडकर का असल नाम अंबावाडेकर था। यही नाम उनके पिता ने स्कूल में दर्ज भी कराया था। लेकिन उनके एक अध्यापक ने उनका नाम बदलकर अपना सरनेम 'अंबेडकर' उन्हें दे दिया। इस तरह स्कूल रिकॉर्ड में उनका नाम अंबेडकर दर्ज हुआ।
4. बाल विवाह प्रचलित होने के कारण 1906 में अंबेडकर की शादी 9 साल की लड़की रमाबाई से हुई। उस समय अंबेडकर की उम्र महज 15 साल थी। 1907 में उन्होंने मैट्रिक पास की और फिर 1908 में उन्होंने एलफिंस्टन कॉलेज में प्रवेश लिया। इस कॉलेज में प्रवेश लेने वाले वे पहले दलित छात्र थे। 1912 में उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स व पॉलिटिकल साइंस से डिग्री ली।
5. 1913 में एमए करने के लिए वे अमेरिका चले गए। तब उनकी उम्र महज 22 साल थी। अमेरिका में पढ़ाई करना बड़ौदा के गायकवाड़ शासक सहयाजी राव तृतीय से मासिक स्कॉलरशिप मिलने के कारण संभव हो सका था। इसके बाद 1921 में उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से एमए की डिग्री ली।
6. डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर अपने माता-पिता की 14वीं और आखिरी सन्तान थे।
7. बाबा साहेब अंबेडकर पहले भारतीय थे जिन्होंने विदेश से इकोनॉमिक्स में पीएचडी डिग्री हासिल की थी।
8. अंबेडकर दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए 'बहिष्कृत भारत', 'मूक नायक', 'जनता' नाम के पाक्षिक और साप्ताहिक पत्र निकालने शुरू किये। 1927 से उन्होंने छुआछूत जातिवाद के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर दिया। महाराष्ट्र में रायगढ़ के महाड में उन्होंने सत्याग्रह भी शुरू किया। उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर 'मनुस्मृति' की तत्कालीन प्रति जलाई थी। 1930 में उन्होंने कलारम मंदिर आंदोलन शुरू किया।
9. बाबासाहेब पिछड़े वर्ग के पहले वकील थे।
10. आजादी की लड़ाई के बीच आंबेडकर ने 1936 में लेबर पार्टी का गठन किया। उनकी काबिलियत देख उन्हें संविधान की मसौदा समिति का अध्यक्ष बनाया गया। भारत की आजादी के बाद उन्हें पहला कानून मंत्री बनाया गया। अंबेडकर ने 1952 में बॉम्बे नॉर्थ सीट से देश का पहला आम चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। वह बार राज्यसभा से दो बार सांसद रहे।