पंजाब किंग्स के माथे पर भी लग सकता है ये कलंक, धरी की धरी रह जाएगी अब तक कमाई हुई इज्जत
आईपीएल का एक ऐसा आंकड़ा है, जो पंजाब किंग्स की सांसें बढ़ा देगा। IPL 2025 में अब तक कमाई हुई इज्जत धरी की धरी रह जाएगी। तीन बार ऐसा हो चुका है, जब टॉप रहने वाली टीम फाइनल नहीं खेली।

आईपीएल में साल 2011 से प्लेऑफ्स का सिस्टम लागू है, जहां पॉइंट्स टेबल में टॉप 2 में रहने वाली दो टीमों के फाइनल में पहुंचने के दो चांस मिलते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक तीन बार ऐसा हो चुका है, जब टॉप 2 में रहने वाली दो टीमों में से एक टीम को फाइनल का टिकट नहीं मिला। इसे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि तीनों बार वह टीम फाइनल में प्रवेश नहीं कर पाई, जो लीग फेज के बाद पॉइंट्स टेबल में नंबर वन थी। ऐसे में पंजाब किंग्स अपने माथे पर इस कलंक को लगाने से बचेगी। इस सीजन पंजाब किंग्स नंबर वन टीम लीग फेज की थी।
इंडियन प्रीमियर लीग में 2011 से ही प्लेऑफ्स का चलन और अब तक तीन बार ऐसा हुआ है, जब पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रहने के बावजूद टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। टीम दोनों क्वालीफायर खेलती है और दोनों में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो जाती है। सबसे पहले ऐसा 2012 के आईपीएल में ऐसा हुआ था, जब दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ हुआ था, जब दिल्ली की टीम ने दोनों क्वालीफायर मैच गंवाए थे। इसके चार साल के बाद फिर से यही कहानी आईपीएल में दोबारा देखने को मिली।
साल 2016 में गुजरात लायंस टीम ने लीग फेज को टॉप पर रहकर फिनिश किया। दोनों क्वालीफायर खेले, लेकिन दोनों में हार झेली और टीम फाइनल से चूक गई। वहीं, दिल्ली की टीम के साथ ऐसा दूसरी बार साल 2021 में हुआ। दिल्ली कैपिटल्स ने फिर से यही दंश साल 9 साल के बाद झेला। उस समय भी दिल्ली कैपिटल्स नंबर वन पॉइंट्स टेबल में थी, लेकिन क्वालीफायर 1 और क्वालीफायर 2 में दिल्ली की टीम को हार मिली थी। इस तरह टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई। इससे साबित होता है कि पॉइंट्स टेबल में टॉप पर या टॉप 2 में रहने के बावजूद आपके फाइनल खेलने की गारंटी नहीं है।