बहुत सारी छोटी चीजें फेंकी जाएंगी...वैभव सूर्यवंशी को रवि शास्त्री ने दी करियर की सबसे बड़ी सीख
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने इंडियन प्रीमियर लीग में चमक रहे युवा बल्लेबाजों की नई पीढ़ी की तारीफ करते हुए कहा कि आयुष म्हात्र, वैभव सूर्यवंशी, प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भविष्य उज्जवल है।

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि वैभव सूर्यवंशी को अपने करियर में बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए असफलताओं से निपटना सीखना होगा। 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी की भावना और तीव्रता ने भी शास्त्री को प्रभावित किया। इस बल्लेबाज ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ पारी की शुरुआत की और 20 गेंदों पर 34 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें आईपीएल में अपनी पहली ही गेंद पर शार्दुल ठाकुर को छक्का लगाना भी शामिल है।
शास्त्री ने बताया कि कैसे आईपीएल पूरे भारत में अप्रयुक्त क्षमता के लिए लॉन्चिंग पैड बन गया है, जिसमें युवा निडर होकर बड़े मंच पर कदम रख रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर, उन्होंने सावधानी भी बरती। उन्होने कहा “ लोग नई चीजें लेकर आएंगे। उस पर बहुत सारी छोटी चीजें फेंकी जाएंगी। जब आप किसी की पहली गेंद पर छक्का लगाते हैं, तो आप कोई दया नहीं दिखाते। फिर आपको परवाह नहीं होती कि वह 14 साल का है या 12 साल का या 20 साल का है।”
उन्होंने कहा “ मेनू वही है जो आप परोसते हैं। इसलिए, उसे इसकी आदत डालनी होगी और एक बार जब हम उसे संभालते (फेल होने पर) हुए देखेंगे तो आप उचित निर्णय ले पाएंगे। उन्होंने कहा, “ लेकिन जब आपको लगता है कि कोई खिलाड़ी अच्छा है, तो उसे मौका दें क्योंकि आप जानते हैं कि उसे सिर्फ देखना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि अगर वह अच्छा खेलता है और आत्मविश्वास से भरा है और आपको लगता है कि वह उच्च स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, तो उसे चुनें।”