शुभमन गिल का कैच नहीं, ये है मुंबई इंडियंस की हार की वजह; हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद बताया
हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद कहा कि कैचों ने हमें वास्तव में नुकसान नहीं पहुंचाया। हम इस मामले में बहुत ही सतर्क थे। शायद निश्चित रूप से नो-बॉल के साथ, मेरी नो-बॉल के साथ और यहां तक कि आखिरी (ओवर) नो-बॉल के साथ भी।
मुंबई इंडियंस के विजय रथ पर गुजरात टाइटंस ने मंगलवार, 6 मई की रात को उस समय विराम लगाया, जब उन्होंने बारिश से बाधित मुकाबले में मेजबानों को 3 विकेट (DLS) से धूल चटाई। वानखेड़े स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए मेहमानों को 156 रनों का टारगेट दिया था। इस स्कोर का पीछा करने उतरी गुजरात टाइटंस की जीत के हीरो शुभमन गिल रहे जिन्होंने 46 गेंदों पर 43 रनों की पारी खेली। गिल जब 35 रन पर बैटिंग कर रहे थे तब तिलक वर्मा से उनका कैच छूटा। हालांकि कप्तान हार्दिक पांड्या का मानना है कि वह कैच नहीं बल्कि मैच के दौरान डली कई नो बॉल टीम की हार की वजह रही।
हार्दिक ने मैच के बाद कहा, "कैचों ने हमें वास्तव में नुकसान नहीं पहुंचाया। हम इस मामले में बहुत ही सतर्क थे। शायद निश्चित रूप से नो-बॉल के साथ, मेरी नो-बॉल के साथ और यहां तक कि आखिरी (ओवर) नो-बॉल के साथ भी। मेरी नजर में, यह वास्तव में एक अपराध है, और अक्सर ऐसा होता है कि यह आपको नुकसान पहुंचाता है। यह निश्चित रूप से हमारे साथ हुआ, लेकिन साथ ही, मैं लड़कों से बहुत खुश हूं कि उन्होंने अपना 120% दिया और सुनिश्चित किया कि हम खेल में बने रहें और हार न मानें।"
पांड्या का यह भी मानना है कि मुंबई ने बल्ले से 20-25 रन कम बनाए, हालांकि उनके गेंदबाजों ने इसके बावजूद टीम को जीत दिलाने की पूरी कोशिश की।
उन्होंने कहा, "यह निश्चित रूप से 150 रन का विकेट नहीं था। मुझे लगता है कि यह 175 रन की पिच थी। हम निश्चित रूप से बल्लेबाजी में 20-25 रन या शायद 30 रन से पीछे थे, अगर आपने अच्छी बल्लेबाजी की होती। लेकिन मुझे लगता है कि गेंदबाजों को श्रेय जाता है, उन्होंने संघर्ष जारी रखा और सही एरिया में गेंदबाजी की।"
पांड्या आगे बोले, "पहली पारी में मैदान गीला नहीं था। उसके बाद, पूरी पारी के दौरान, गेंद लगातार गीली होती रही। मुझे नहीं पता कि इससे हमें मदद मिली या नहीं, लेकिन हां, यह मुश्किल था। बारिश आती रही। हमेशा रुकना और फिर से शुरू होना और रुकना आदर्श नहीं होता। लेकिन खेल चलता रहता है।"