दोस्ती की,दिल्ली बुलाया और;हिमाचल के व्यवसायी से लड़की ने दोस्तों संग लूट लिए 2 लाख
लड़की और कारोबारी की दोस्ती 5 महीने पहले हुई थी। दिल्ली पहुंचने पर पीड़ित व्यवसायी को पचा चला कि उस शातिर लड़की के साथ कुछ और साथी थे,जिन्होंने उसके कहने के बाद काम को अंजाम दिया।

ऑनलाइन दोस्ती के जाल में हिमाचल प्रदेश के एक व्यवसायी को फंसाकर उससे 2 लाख की ठगी की गई है। 45 वर्षीय व्यवसायी को अपने जाल में फंसाने वाली महिला निकली,जिसने उसे दिल्ली बुलाकर उसकी कीमती कमाई झटके में ऐंठ ली। लड़की और कारोबारी की दोस्ती 5 महीने पहले हुई थी। दिल्ली पहुंचने पर पीड़ित व्यवसायी को पचा चला कि उस शातिर लड़की के साथ कुछ और साथी थे,जिन्होंने उसके कहने के बाद काम को अंजाम दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के बताए घटना के अनुसार,18 मई को महिला ने उसे एक व्यावसायिक प्रस्ताव पर चर्चा करने के बहाने नजफगढ़ मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। आगे आने वाले जाल से अंजान,व्यवसायी उससे मिलने को तैयार हो गया। वहां पहुंचने पर महिला और उसकी सहेली उसे पास के एक घर में ले गईं,जहां दो व्यक्ति जो खुद को पुलिस अधिकारी बता रहे थे,घर में घुस गए और उस पर अवैध गतिविधि का आरोप लगाया। उन्होंने पैसे न देने पर जेल भेजने की धमकी दी। दिल्ली पुलिस ने तब से उन दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि लगभग चार-पांच महीने पहले,मेरी सोशल मीडिया के माध्यम से एक लड़की से दोस्ती हुई थी। हमने व्हाट्सएप पर चैटिंग शुरू कर दी। 18 मई को उसने मुझे नजफगढ़ मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पर मिलने के लिए कहा। यह कहते हुए कि यह उसके व्यवसाय से संबंधित था। दोपहर करीब 12:15 बजे मैं उससे मेट्रो स्टेशन पर मिला। उसके साथ एक और लड़की थी। उन दोनों ने सुझाव दिया कि हम बात करने के लिए उनके घर चलें।
पीड़ित व्यवसायी ने बताया कि ग्रुप फिर ई-रिक्शा से नजफगढ़ फेज-2 गया और दो कमरों वाले एक दो मंजिला घर में चले गए। जब वे अंदर बात कर रहे थे,तभी अचानक दो आदमी अंदर आ गए ,एक पुलिस की वर्दी में दो सितारों के साथ और दूसरा सफारी सूट में। शिकायतकर्ता ने आगे कहा,“वे हमें धमकाने लगे,दावा किया कि हम अनैतिक गतिविधियों में शामिल थे और कहा कि वे हमें पुलिस स्टेशन ले जाएंगे। उन्होंने मुझे डराया-धमकाया कि अगर मैंने 2.1 लाख रुपये दिए तो वे मुझे छोड़ देंगे,वरना वे मुझे जेल भेज देंगे।”शिकायतकर्ता ने बताया कि वह डर गया और पैसे देने को राज़ी हो गया। चूंकि उसके पास पूरी रकम नहीं थी,उसने ब्लैकमेल करने वालों द्वारा दिए गए QR कोड को अपने दोस्त को व्हाट्सएप के ज़रिए भेजा और उसे 1 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। उसके दोस्त को शक हुआ और उसने पुलिस को सूचित कर दिया।
व्यवसायी ने कहा,“पुलिस मुझे फोन करने लगी,जिससे ब्लैकमेल करने वाले घबरा गए। उन्होंने मुझे जल्दी से एक कार में बिठाया और मुझे नांगलोई रोड पर एक एटीएम ले गए। दो आदमी गाड़ी में ही रहे जबकि एक मेरे साथ एटीएम गया, जहां मैंने 25,000 रुपये निकाले और उन्हें दे दिए।” पीड़ित को फिर एक और वाहन में ले जाया गया और तब तक घुमाया गया जब तक उसके दोस्त ने उसके खाते में और पैसे ट्रांसफर नहीं कर दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसका फोन ले लिया और UPI के ज़रिए 1,24,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। फिर उन्होंने उसे सड़क किनारे छोड़ दिया और घटना की रिपोर्ट न करने की चेतावनी दी। पुलिस ने बताया कि वे इसी तरह की रंगदारी के मामलों में शामिल एक गिरोह का हिस्सा हैं और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।