शिमला एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त इमरजेंसी ब्रेक लगा रोका गया विमान, डिप्टी CM और DGP भी थे सवार
हिमाचल प्रदेश के शिमला एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होने से टल गया। दिल्ली से शिमला आ रही एलायंस एयर की एटीआर फ्लाइट लैंडिंग के दौरान असंतुलित हो गई और रनवे पर सही दूरी तय नहीं कर पाई। विमान अपेक्षा से आगे उतर गया, जिससे अंतिम छोर पर पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े।

हिमाचल प्रदेश के शिमला में जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दिल्ली से शिमला आ रही एलायंस एयर की एटीआर फ्लाइट लैंडिंग के दौरान असंतुलित हो गई और रनवे पर सही दूरी तय नहीं कर पाई। विमान अपेक्षा से आगे उतर गया, जिससे अंतिम छोर पर पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े।
विमान में उपमुख्यमंत्री और डीजीपी भी थे सवार
फ्लाइट में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) समेत कई यात्री मौजूद थे। अचानक हुए इस घटनाक्रम से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन पायलट और क्रू मेंबर्स की सूझबूझ से विमान को सुरक्षित रोक लिया गया। इस घटना के बाद एलायंस एयर ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए धर्मशाला जाने वाली अगली फ्लाइट को रद्द कर दिया और अन्य उड़ानों पर भी अस्थायी रोक लगा दी है।
छोटे रनवे के कारण जोखिम भरी होती है लैंडिंग
शिमला का जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट अपनी सीमित रनवे लंबाई के कारण हमेशा से विमानों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। मौजूदा 1200 मीटर लंबे रनवे पर विमानों को सावधानीपूर्वक उतारना पड़ता है। सोमवार को मौसम पूरी तरह साफ था, लेकिन रनवे की लंबाई कम होने और संभावित तकनीकी समस्या के कारण पायलट के लिए विमान को संभालना मुश्किल हो गया।
एयरपोर्ट का रनवे 1500 मीटर करने का प्रस्ताव
बता दें कि, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के विस्तार की योजना तैयार की है। प्रस्तावित योजना के तहत रनवे को 1500 मीटर तक बढ़ाया जाएगा, जिससे यहां 42 सीटर की बजाय 72 सीटर विमान भी लैंड कर सकेंगे। एयरपोर्ट के अपग्रेड होने से प्रदेश में हवाई यातायात को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
शिमला आने वाले पर्यटकों को हवाई यात्रा के बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने के लिए एयरपोर्ट के विस्तार को जरूरी माना जा रहा है। लंबे समय से छोटी हवाई पट्टी के कारण यहां नियमित उड़ानों में दिक्कत आ रही थी। रनवे के विस्तार के बाद बड़े विमान उतर सकेंगे, जिससे हवाई सेवाएं सुचारु होंगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। शिमला से जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट की सड़क से दूरी लगभग 24 किलोमीटर है। एयरपोर्ट के बेहतर ढंग से संचालित होने से न सिर्फ स्थानीय यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि राज्य की पर्यटन अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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