पाक को मिले जाफर एक्सप्रेस वाले दर्द में अफगानिस्तान का हाथ? हर यात्री के बगल में बम बांधे बैठे विद्रोही
- इन विद्रोहियों की धमकी है कि यदि पाक सुरक्षा बलों ने उन पर ऐक्शन लिया तो फिर वे खुद को उड़ा लेंगे और इसमें यात्री भी मारे जाएंगे। पंजाबी मूल के कई यात्रियों को इन विद्रोहियों ने पहले ही मार डाला है। पाक सुरक्षा बलों का कहना है कि विद्रोहियों की इसी धमकी के चलते आगे बढ़ने से पहले सोचना पड़ रहा है।

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन अब भी विद्रोही संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के कब्जे में है। मंगलवार को इस ट्रेन को विद्रोहियों ने कब्जे में ले लिया था और तब से अब तक पाकिस्तान की सेना और सुरक्षा बल असहाय ही नजर आए हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का दावा है कि उन्होंने ट्रेन में बंधक बनाए गए महिलाओं और बच्चों समेत 154 लोगों को छुड़ा लिया है। वहीं विद्रोहियों से बचकर लौटे 104 लोगों का कहना है कि उन्हें सेना ने नहीं छुड़ाया बल्कि विद्रोहियों ने ही छोड़ दिया है। एक तरफ भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि ट्रेन तक पहुंचना पाकिस्तानी बलों के लिए मुश्किल हो रहा है। वजह यह कि तीन तरफ पहाड़ी है और एक तरफ सुरंग है। दूसरी वजह यह है कि विद्रोहियों ने यात्रियों को ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल किया है। खबर है कि हर एक यात्री के साथ एक विद्रोही बम बांधकर बैठा है।
इन विद्रोहियों की धमकी है कि यदि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उन पर ऐक्शन लिया तो फिर वे खुद को उड़ा लेंगे और इसमें यात्री भी मारे जाएंगे। पंजाबी मूल के कई यात्रियों को इन विद्रोहियों ने पहले ही मार डाला है। पाक सुरक्षा बलों का कहना है कि विद्रोहियों की इसी धमकी के चलते आगे बढ़ने से पहले सोचना पड़ रहा है। सुरक्षा बलों का कहना है कि इन विद्रोहियों को अफगानिस्तान में बैठे उनके आका दिशानिर्देश दे रहे हैं। फिलहाल ट्रेन के आसपास के इलाके को पाक सुरक्षाबलों ने घेर लिया है, लेकिन आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों ने 27 विद्रोहियों को ऐक्शन में मार गिराया है।
फिलहाल भौगोलिक स्थिति और फिदायीन हमलावरों के डर से पाक सुरक्षा बल संभलकर आगे बढ़ रहे हैं। कोशिश यही है कि किसी तरह विद्रोहियों को राजी कर लिया जाए कि वे बंधकों को रिहा कर दें। अधिकारियों का कहना है कि 104 लोगों को रात को ही रिहा करा लिया गया है, जिनमें 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा 50 अन्य लोगों को भी छुड़ाने की खबर है। वहीं विद्रोहियों की कैद से छूटे 104 लोगों का कहना है कि उन्हें विद्रोहियों ने ही रिहा कर दिया है। फिलहाल पाकिस्तान ने ऐक्शन में गनशिप हेलिकॉप्टर्स को तैनात किया है, जो चुन-चुन कर विद्रोहियों पर हमले कर रहे हैं। लेकिन कोई खास कामयाबी अब तक नहीं मिल सकी है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार विद्रोहियों ने खुद को अलग-अलग गुटों में बांट लिया है। ये लोग ट्रेन के अलग-अलग कोच में हैं। इसके अलावा कई आत्माघाती हमलावर बम बांधकर यात्रियों के बीच बैठे हैं। फिलहाल कुछ ऐसे यात्रियों को मालगाड़ी से ले जाकर क्वेटा छोड़ा गया है, जो विद्रोहियों की कैद से रिहा हुए हैं। जाफर एक्सप्रेस मंगलवार को सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए निकली थी। इसी दौरान दोपहर करीब सवा एक बजे उस पर हमला किया गया। इस ट्रेन के 9 डिब्बों में कुल 450 यात्री सवार थे। विद्रोहियों ने सीधे ट्रेन चालक पर ही हमला किा और उसे मार डाला। इसके बाद ट्रेन रुक गई तो तेजी से उसके सभी कोचों में घुस गए और पूरी रेल पर ही कब्जा जमा लिया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।