भारत-पाकिस्तान के झगड़े में नेपाल को किस बात की टेंशन, ओली सरकार ने उठा लिया है यह कदम
पाकिस्तान में नेपाली छात्र अब खौफ में हैं, जबकि नेपाल सरकार ने भरोसा दिलाया है कि उनके नागरिकों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

पाकिस्तान की सरजमीं पर पनप रहे आतंक के चलते दक्षिण एशिया में एक बार फिर तनाव का माहौल है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 बेगुनाहों की जान गई, जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। अब इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में पल रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली है। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। जिसे लेकर नेपाल को टेंशन हो गई है।
इसी पृष्ठभूमि में नेपाल सरकार ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर पाकिस्तान में पढ़ाई कर रहे अपने छात्रों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हालात पर उसकी बारीक नजर है और पाकिस्तान में रह रहे नेपाली छात्रों से लगातार संपर्क में है।
नेपाल ने क्या की अपील
बयान में कहा गया, "नेपाल सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा और हितों के प्रति पूरी तरह से जिम्मेदार है, खासकर उन छात्रों और नेपाली नागरिकों के लिए जो इस समय पाकिस्तान में हैं।" नेपाल सरकार ने पाकिस्तान में रह रहे नेपाली छात्रों और उनके परिवारों से अपील की है कि अगर किसी भी तरह की आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो वे तुरंत इस्लामाबाद स्थित नेपाली दूतावास से संपर्क करें।
गौरतलब है कि 2019 के पुलवामा हमले के बाद से यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसमें न सिर्फ भारतीय नागरिकों की जान गई, बल्कि एक विदेशी यानी नेपाली नागरिक भी इसका शिकार हुआ। यह घटना एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क पर गंभीर सवाल खड़े करती है। नेपाल भले ही इस मुद्दे पर तटस्थ रुख रखता हो, लेकिन अब वह अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान से भरोसा नहीं कर पा रहा, जो अपने यहां आतंकियों को पालने और उनकी हरकतों पर आंखें मूंदने के लिए कुख्यात है।
नेपाल को भी दी पाकिस्तान संग तनाव की जानकारी
गौरतलब है कि नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की और पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव से संबंधित नवीनतम घटनाक्रम के बारे में उन्हें जानकारी दी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बालूवाटर स्थित उनके आधिकारिक आवास पर हुई बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया, “राजदूत श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री ओली को हाल में भारत के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव तथा परिदृश्य के बारे में जानकारी दी।”
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा बुधवार को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। इस हमले के तार सीमा पार से जुड़े थे और इसके बाद पाकिस्तान ने 15 भारतीय शहरों पर हमला करने का असफल प्रयास किया था।
भाषा इनपुट के साथ
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