पाकिस्तान पर जवाबी हमले को जिले के साहित्यकार व कलाकारो ने बताया के जरूरी
चित्र परिचय: 12-ज्योतिर्मयी डे, 13-काजल भालोटिया, 14-स्मिता, 15-अरुण पाठक, 16-विमल सहाय, 17-विनोद महतो, 18-दिलीप वैराग्य, 19-स्निग्धा बोस

भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए जा रहे हमले के बाद जिले के कला व साहित्य से जुड़े लोगो ने खुशी जाहीर की है। कवियों ने जहां हमले को शौर्य व भारत के पराक्रम के रूप में देखा, वहीं कलाकारो ने इसे संयम के बाद प्रतिक्रिया बताया। कलाकारो का कहना था कि भारत ने आतंकवाद के कई रूप सहे हैं, अब सही जवाब दिया जा रहा है। कवियो ने बताया शौर्य: ज्योतिर्मयी डे : निकल पड़े हैं वीर हिन्द के अपनी शौर्य दिखाने को, कहां भागोगे तुम नहीं है कहीं जगह छुपने को। भारत का यह रूप सदा याद किया जाएगा।
भारत अब किसी के सामने झुकनेवाला नहीं है काजल भालोटिया : भारत वीरो की भूमि रही है। जिसकी गाथा कवि वर्षो तक गाते हैं। इस बार भारत ने जिस प्रकार से पलटवार किया है, वह ऐतिहासिक पराक्रम को दर्शाता है। स्मिता : हमें अपनी सेना पर अटूट विश्वास है। आतंकवाद के खिलाफ हम सब एकजुट हैं। यह समय संयम का है। ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया पर अनावश्यक व गलत खबरों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। अरुण पाठक : युद्ध मानवता के हित नहीं है, लेकिन यह युद्ध एक तरह से पाकिस्तान की तरफ से थोपा गया है। पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी था। भारत की तरफ से की जा रही सैन्य कार्रवाई का दिल से समर्थन करता हूं।
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