बाल संरक्षण विषयों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
गोईलकेरा में बाल संरक्षण सेमिनार का आयोजन किया गया, जहां परिवार आधारित बच्चों की देखभाल और बाल तस्करी की समस्या पर चर्चा की गई। बीडीओ विवेक कुमार ने समाज से अपील की कि वे बच्चों को प्यार और देखभाल...

गोईलकेरा, संवाददाता। बाल संरक्षण सहायता कार्यालय एवं सीटीडी चाइल्ड फंड इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को गोईलकेरा प्रखंड सभागार में जिलास्तरीय बाल संरक्षण सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें परिवार आधारित बच्चों क़ी देखभाल एवं खुशहाल परिवार विषय पर चर्चा की गई। कार्यशाला का शुभारंभ बीडीओ विवेक कुमार, जिला बाल संरक्षण कार्यालय सहायता केंद्र से संरक्षण पदाधिकारी डा. कृष्णा कुमार तिवारी, यूनिसेफ के तकनीकी सहायक अनिरुद्ध सरकार, चाइल्ड फंड सी टी डी से जॉन वीरेंद्र लकड़ा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर बीडीओ ने कहाकि प्रखंड में बाल तस्करी की समस्या को दूर करने के लिए समाज की प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना जरुरी हैं।
प्रत्येक परिवार की जिम्मेदारी है की वो अपने बच्चों को स्नेह, प्यार और भावनात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें भरपूर समय दे। जिससे बच्चों में अपने जीवन में नैतिकता और सदाचार बनाये रखे। मौके पर डा. कृष्णा कुमार तिवारी ने समाज में बाल तस्करी,बाल विवाह ,बाल पलायन, बाल-श्रम रोकना,कम उम्र में नशापन प्रत्येक समाज के लिए अभिशाप जिसे मुक्त करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य होना चाहिए। वहीं प्रोटेक्शन पदाधिकारी डा. कृष्णा कुमार तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन जिला महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन के तहत समुदाय स्तर पर बच्चों के अधिकार पर परिवार आधारित देखभाल के तहत स्पोंशरशिप, फॉस्टर केयर तथा आफ्टर केयर योजना चलाया जा रहा है। फॉस्टर केयर और स्पोंसरशिप के तहत एकल परिवार, अनाथ परिवार, बेसहारा बच्चों, दिव्यांग बच्चों एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित परिवार के बच्चों को इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा 4000 रुपये प्रति माह प्रदान किया जाता है, इसके लिए उन परिवार को आय प्रमाण पत्र सलाना 75000 तक या उससे कम के लिए प्रखंड कार्यालय में आवेदन देना होता है। मौके पर यूनिसेफ़ के तकनीकी सहायक अनिरुद्ध सरकार, सामाजिक कार्यकत्र्ता फनीन्द्र बड़ाईक, जॉन वीरेंद्र लकड़ा सहित कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। मौकेपर बीडीओ ने आये प्रतिभागियों से अपील करते हुए कहा कि बाल तस्करी और बाल विवाह को रोकने में सभी मुखिया व मुंडा अपने बैठक में ऐसी बाल संरक्षण के मुद्दों को शामिल करें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को धरातल में लाने के लिए विभाग कि मदद करें। कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में मुखिया, मुंडा, ग्रामीण, एनजीओ के प्रतिनिधि एवं प्रखंड के कर्मी उपस्थित थे।
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