बच्चों का समग्र व समावेशी विकास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल आधार
देवघर सेंट्रल स्कूल में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्राचार्य सुबोध झा ने नृत्य की शक्ति और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। विभिन्न कक्षाओं में छात्रों ने...

देवघर। देवघर सेंट्रल स्कूल के सभागार में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के उपलक्ष्य में एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़ कर अपनी नृत्य की प्रस्तुति दी। मौके पर प्रतियोगिता का उद्घाटन देवघर सेंट्रल स्कूल प्राचार्य सुबोध झा ने की। उन्होंने कहा कि नृत्य एक सशक्त अविव्यक्ति है जो पृथ्वी और आकाश से संवाद करती है। हमारे खुशी, हमारे भय और हमारी आकांक्षाओ को व्यक्त करती है। आधुनिक युग में यह कला की अविव्यक्ति का सशक्त माध्यम बन गया है। यह विद्या संगीत की भांति नृत्य करने वाले और देखने वाले का समान रूप से मनोरंजन करता है। नृत्य शाररिक शौष्ठव को भी मजबूत बनाता है अर्थात यह योग का भी पर्याय है। यही कारण नृत्य हमारे रीति रिवाजों में भी शामिल होता जा रहा है। एकल नृत्य प्रतियोगिता के वर्ग नर्सरी में शाहनाज ने प्रथम, वर्ग प्रथम में आकृति ने प्रथम, दीक्षा ने द्वितीय, कक्षा द्वितीय में आराध्या ने प्रथम, आशीष ने द्वितीय, प्रिंस ने तृतीय, कक्षा तृतीय में रागव ने प्रथम, कक्षा चतुर्थ में सपना, लक्ष्मी व माही ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय, कक्षा पंचम में श्रद्धाराज ने प्रथम, परी राज ने द्वितीय, कक्षा षष्ठ में साक्षी ने प्रथम, धरा ने द्वितीय और कीर्ति चन्द्रवंशी ने तृतीय स्थान प्राप्त की। कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में आकांक्षा वाजपेयी और सोनम कुमारी ने बारीकी से नृत्य के प्रत्येक विधाओं का अध्ययन कर निर्णय दिया और बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मूल आधार ही है, बच्चों का समग्र और समावेशी विकास। कार्यक्रम को सफल बनाने में सिंपी कुमारी, श्रद्धाराज, जोया सरकार व अन्य ने अमूल्य योगदान दिया। इस बात की जानकारी मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार पांडेय ने दी।
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