सीआरपीएफ जवान की पाकिस्तानी पत्नी को भेजा जा रहा वापस, जम्मू से वाघा के लिए रवाना
वाघा सीमा के लिए रवाना होते समय मीनल ने भारत सरकार से देश में ब्याहे पाकिस्तानी नागरिकों को उनके बच्चों से जुदा न करने की अपील की। मीनल ने कहा, ‘हमें अपने परिवार के साथ रहने की इजाजत दी जानी चाहिए।’

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान की पाकिस्तानी पत्नी को वापस पाकिस्तान भेजने के लिए जम्मू से वाघा सीमा के लिए रवाना कर दिया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, मीनल खान अपने पति और कश्मीर के घरोटा निवासी सीआरपीएफ जवान मुनीर खान के साथ जम्मू से पंजाब स्थित वाघा सीमा के लिए रवाना हुई। उन्होंने बताया कि मीनल और मुनीर की दोस्ती सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी और बाद में दोनों ने एक-दूसरे से शादी रचा ली थी।
वाघा सीमा के लिए रवाना होते समय मीनल ने भारत सरकार से देश में ब्याहे पाकिस्तानी नागरिकों को उनके बच्चों से जुदा न करने की अपील की। मीनल ने कहा, 'हमें अपने परिवार के साथ रहने की इजाजत दी जानी चाहिए। हम पहलगाम हमले में निर्दोष लोगों की बर्बर हत्या की निंदा करते हैं। उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।' भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में हुए आतंकवादी हमले के बाद कुछ विशिष्ट श्रेणियों को छोड़कर, पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी वीजा को रद्द कर दिया था।
जवान को हिरासत में लेने के मामले पर जताया विरोध
पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। दूसरी ओर, बीएसएफ ने पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद एक जवान को पकड़े जाने के मामले में पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। सूत्रों ने कहा कि इससे पहले दोनों पक्ष अनजाने में सीमा पार करने की इस तरह की घटनाओं को जल्दी ही सुलझाते रहे हैं, लेकिन इस बार पाकिस्तानी पक्ष जवान के ठिकाने और वापसी की तारीख के बारे में अनिश्चितता बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ तनाव बढ़ने के कारण पाकिस्तान ऐसा कर रहा हो। बीएसएफ ने 24वीं बटालियन के कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को 23 अप्रैल को रेंजर्स की ओर से पकड़े जाने की घटना की जांच शुरू कर दी है। जवान अनजाने में फिरोजपुर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था।