झारखंड की सड़कों पर जमी बर्फ की चादर, अगले 7 दिन होगी झमाझम बारिश; IMD ऑरेंज अलर्ट
बुधवार को झारखंड का मौसम बदल गया। प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश भी देखने को मिली है। कई सड़कों पर बर्फ की चादर भी जम गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 7 दिन तक बारिश देखने को मिलेगी।

बुधवार को झारखंड के कई जिलों में बारिश देखने को मिली। इस दौरान तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि भी हुई। बुधवार शाम में हुई बारिश के बाद तेज हवाओं और ओलावृष्टि का दौर भी शुरू हो गया। कई इलाकों में सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर सी जम गई। इस दौरान मौसम विभाग ने गुरुवार को तेज आंधी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रांची समेत कोल्हान क्षेत्र, बोकारो, जामताड़ा, बोकारो, पलामू, रामगढ़, पाकुड़, दुमका, साहिबगंज आदि जिलों में गुरुवार को ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान गढ़वा जिला मुख्यालय सहित सदर प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में बुधवार शाम करीब पांच बजे तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से खेतों में लगे दलहन, तिलहन फसलों के अलावा रबी फसलों, विभिन्न सब्जियों और खपरैल घरों को भारी क्षति पहुंची है। ओलावृष्टि के कारण आम में लगे फल भी झड़ गए हैं। उसके अलावा महुआ के फसल को भी नुकसान हुआ है।
शाम करीब पांच बजे से शुरू हुई बारिश करीब एक घंटे तक रूक रूककर होती रही। उसी दौरान कई जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई। कई जगहों पर भारी ओलावृष्टि के कारण सड़क समेत खेत-खलिहान में उजले बर्फ की चादर सी परत जम गई थी। ओलावृष्टि से अरहर, चना, मसूर, सरसों, तीसी, टमाटर, लहसुन, प्याज, आम के साथ गेहूं, जौ सहित अन्य फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। जिलांतर्गत अन्य प्रखंडों में बारिश और ओलावृष्टि की सूचना नहीं है। यह नुकसान जिला मुख्यालय से दो किमी के दायरे में ही हुई है। रंका अनुमंडल मुख्यालय में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। वहीं मझिआंव और बरडीहा प्रखंड में भी बूंदा बांदी के साथ तेज हवा चली। उससे आम और महुआ के फसल को नुकसान हुआ। मेराल और डंडई प्रखंड में भी तेज हवा चली। उधर वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार ने बताया कि गढ़वा के साथ-साथ लगभग पूरे झारखंड में मौसम बदला हुआ है। तेज हवा और आंधी के साथ कहीं हल्की वर्षा तो कहीं गरज के साथ छींटे पड़े हैं। अगले तीन-चार दिन तक मौसम में इसी तरह का उतार-चढ़ाव रहेगा। वैसे तो आमजीवन को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु आंधी से नुकसान होने की पुरी संभावना है। जहां ओलावृष्टि होगी वहां भारी नुकसान होगा।