परमेश्वर से क्षमा करना सीखें, जीवन को सार्थक बनाएं:फा इग्नास
लोहरदगा में रोमन कैथोलिक विश्वासियों ने पाम संडे के अवसर पर खजूर की डालियों के साथ शोभायात्रा निकाली। यह पर्व ख्रीस्त के यरूशलेम में प्रवेश की याद में मनाया जाता है और लेंट के अंतिम सप्ताह की शुरुआत...

लोहरदगा, संवाददाता।रोमन कैथोलिक के विश्वासियों ने रविवार को खजूर पर्व (पाम संडे) के अवसर पर खजूर की डालियां लेकर शोभायात्रा निकाला। ख्रीस्त राजा के जयकारे लगाए गए। कहा जाता है, कि ख्रीस्त के यरूशलेम में प्रवेश की याद में मनाया जाता है। यह पर्व लेंट के अंतिम सप्ताह का आरंभ करता है, जो ईस्टर से पहले का समय है। पाम संडे पर मसीही विश्वासियों ने खजूर की शाखाएं लेकर जुलूस में भाग लिया। यह यीशु के यरूशलेम में विजयी प्रवेश की याद दिलाती हैं। खजूर की शाखाओं का उपयोग बाइबल की कहानी से जुड़ा है। जहां भीड़ ने येशु के यरूशलेम में प्रवेश का स्वागत करने के लिए खजूर की शाखाएं लहराई थीं।चिल्लाया था- होसन्ना! धन्य है, वह जो प्रभु के नाम से आता है! खजूर की शाखाएं विजय, आनंद और शांति का प्रतीक हैं। कैथोलिकों के लिए, वह येशु की मृत्यु पर विजय और उनके राज्य में शांति के शासन का प्रतिनिधित्व करता हैं।
पाम संडे पर, कई कैथोलिक चर्चों में पादरी (धर्म गुरुओं)द्वारा खजूर की शाखाओं को आशीर्वाद दिया जाता है। फिर उन्हें लोगों में वितरित किया जाता है। यह दिन दुख भोग काल की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो ईस्टर तक चलेगा। रोमन कैथोलिक चर्चों संत बेर्नाडेट और संत उर्सुलाइन चर्च में रविवार को
हर्षोल्लास के साथ खजूर पर्व मनाया गया।
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