बोले पलामू : लोगों की गुहार, पंचायत में हो प्लस टू स्कूल का जल्द निर्माण
नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड की कुंदरी पंचायत में सड़क, पानी, और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। यहां के निवासी अपनी समस्याओं को लेकर शासन और प्रशासन से समाधान की मांग कर रहे हैं। पंचायत में...
नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड की कुंदरी पंचायत नौ राजस्व गांव में फैला प्रगतिशील नागरिकों की पंचायत है। परंतु इस पंचायत के निवासी सड़क, पेयजल और सिंचाई सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं से मरहूम हैं। शिक्षा, बिजली आपूर्ति, खेल मैदान, नाली और सफाई की स्थिति भी पूरे पंचायत में बदतर है। हिन्दुस्तान अखबार के बोले पलामू अभियान के क्रम में कुंदरी पंचायत के निवासियों ने अपनी पीड़ा रखते हुए शासन और प्रशासन से समाधान की मांग की। नीलांबर-पीतांबरपुर। पलामू जिले का नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड में कुंदरी पंचायत मेदिनीनगर से करीब 22 किलोमीटर की दूरी पर स्टेट हाइवे पर स्थित पंचायत है। यहां करीब 7000 की आबादी निवास करती है जिसमें करीब 9 फीसदी अनुसूचित जनजाति, 18 प्रतिशत अनुसूचित जाति और करीब 28 प्रतिशत पिछड़ी जाति समुदाय के लोग हैं।
करीब चार वर्ग किलोमीटर में फैले इस पंचायत में नौ राजस्व गांव यथा कुंदरी, कमलकेड़िया, फुथरवा, गोराडीह पिपराहाट, गोराडीह कोठिलवा, राजोगाड़ी, मुरुबार, मुसवा खाप और कुसहा गांव स्थित है। स्टेट हाइवे पर स्थित कुंदरी, राजोगाड़ी, कमलकेड़िया आदि गांव में सड़क की सुविधा बेहतर है परंतु अन्य गांव और टोले में सड़क की स्थिति बदतर है। संवाद के क्रम में गामीणों ने बताया कि विकास के मामले में कुंदरी पंचायत और इसके गांव की स्थिति काफी खराब है। भौगोलिक दृष्टि कुंदरी पंचायत काफी समृद्ध है और समग्र रूप से इसे विकसित क्षेत्र होना चाहिए था। पंचायत से स्टेट हाइवे की दो महत्वपूर्ण सड़क गुजरती है जो मेदिनीनगर जिला मुख्यालय सिटी मेदिनीनगर, राज्य की राजधानी रांची और गयाजी (बिहार) को जोड़ती है। पंचायत के बगल से ही अमानत नदी और कुंदरहिया नाला बहती है। परंतु सिंचाई सुविधा का पूरे पंचायत में कमी है। इसके कारण उपजाऊ जमीन होने के बावजूद किसान तीन फसल बड़ी मुश्किल से उपजा पाते हैं। कुंदरी में हाई स्कूल तक की शिक्षा उपलब्ध है परंतु प्लस-2 स्तर की शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रखंड या जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। पंचायत में लगाया गया लघु जलमीनार अधिकांश डेड पड़ा हुआ है। इसके कारण लोगों को पेयजल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर निर्भर रहता पड़ता है। जल जीवन मिलन के तहत प्रत्येक परिवार तक पाइप लाइन के माध्यम से पानी आपूर्ति की योजना बनाई गई थी परंतु अबतक इस पंचायत में यह लक्ष्य हासिल नहीं हो सका है। पंचायत में बिजली पोल और तार की स्थिति भी खराब है। सिंगल फेज तार के कारण आम उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जन वितरण प्रणाली के दुकान से भी लाभुक को सही वजन में अनाज का वितरण अबतक सुनिश्चित नहीं कराया जा सकता है। पंचायत में जल निकासी के लिए आवश्यक स्थानों पर नाली का निर्माण भी नहीं कराया जा सका है। इसके कारण करीब-करीब सभी गांव में घरों से निकलने वाले गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। इसके कारण आम ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। संवाद के क्रम में नागरिकों ने बताया कि नाली निर्माण और सफाई की व्यवस्था पूरे पंचायत में दुरुस्त करने की जरूरत है। खासकर बरसात के दिनों में यह बेहत जरूरी है ताकि बीमारी को दूर रखा जा सके। छोटे बीमारी की स्थिति में भी पंचायत के निवासियों को लेस्लीगंज का सीएचसी अथवा मेदिनीनगर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल जाने की मजबूरी बनी हुई है। परेशानी से बचने के क्रम में अधिकांश लोग ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनर के पास जाकर पैसा और जान दोनों गंवा बैठ रहे हैं। इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति भी बेहतर नहीं है। सुविधा नहीं , इलाके किसान परेशान कुंदरी पंचायत क्षेत्र की जमीन काफी उपजाऊ है लेकिन सिंचाई की सुविधा नहीं रहने से किसान मानसून आधारित खेती करने के लिए विवश हैं। सक्षम किसान बोरिंग के सहारे खेती करते हैं। पंचायत के बगल से अमानत नदी गुजरी है। कुंदरहिया नाला भी पंचायत से होकर बहता है। परंतु शासन-प्रशासन सिंचाई सुविधा का विकास करने में अबतक विफल रहा है। बिजली आपूर्ति की स्थिति भी खराब रहती है। इसके कारण डीजल पंप के सहारे किसानों को खेती करना पड़ता है। इसके कारण लागत बढ़ जाता है। पंचायत की जमीन काफी उपजाऊ है। किसान कड़ी मेहनत कर फसल उपजा रहे हैं। नल से जल अब भी सपना कुंदरी पंचायत में नलजल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। लघु जलमीनार अधूरा होने और ड्राई बोरिंग में मोटरपंप लगा देने से बड़ी राशि खर्च करने के बावजदू इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस मामले को जनप्रतिनिधि स्तर पर भी कई बार प्रशासनिक बैठक में उठाया गया परंतु निदान की दिशा में पहल नहीं हो पा रही है। पाइप लाइन से कुंदरी पंचायत के घरों में जलापूर्ति अबतक संभव नहीं हो पाया है। पानी के लिए ग्रामीणों खासकर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर बहता है गंदा पानी ग्रामीण सड़कों का हालात पूरे पंचायत में खराब है। टोले को जोड़ने वाली सड़क भी जर्जर है। सड़क पर ही घर का गंदा पानी बहाए जाने से भी स्थिति काफी खराब हो गई है। नाली निर्माण और सफाई कार्यों की स्थिति भी खराब है। सड़क निर्माण कार्य भी धीमी गति से चल रहा है। इस पंचायत से होकर दो स्टेट हाइवे गुजरी है। गांव से निकलकर मुख्य सड़क पर आने पर प्रखंड और जिला मुख्यालय आना-जाना काफी आसान है परंतु अपने टोले से निकलकर मुख्य सड़क पर आने में दुर्घटनाग्रस्त होने का डर बना रहता है। उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं कुंदरी पंचायत में हाईस्कूल स्तर की शिक्षा की सुविधा है परंतु प्लस-2 स्तर की शिक्षा के लिए सरकारी स्तर की कोई व्यवस्था नहीं है। पंचायत में एक मान्यताप्राप्त इंटर कॉलेज संचालित है। इसके सहारे विद्यार्थी प्लस-2 स्तर की शिक्षा ग्रहण करते हैं। पंचायत में करीब 10 स्कूल संचालित हैं। चटकपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय का स्कूल भवन अधूरा पड़ा है। इसके कारण विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पंचायत के अन्य स्कूलों में भी पठन पाठन की स्थिति में सुधार की आवश्यकता है। बिजली आपूर्ति का हाल बेहाल पंचायत में बिजली आपूर्ति नेटवर्क की स्थिति ठीक नहीं है। जर्जर पोल व तार के कारण आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। कुछ गांव व टोले में नया पोल व केवल लगाया गया है। परंतु सिंगल फेज नेटवर्क होने के कारण गुणवतायुक्त बिजली नहीं मिल रही है। बिजली आपूर्ति भी 12-13 घंटे ही हो पा रही है। इसके कारण किसानों को काफी परेशानी हो रही है। अन्य उपभोक्ताओं को भी बिजली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करना पड़ रहा है। इनकी भी सुनिए नलजल योजना के तहत लगाए गए लघु जलमीनार अधूरा है। ड्राई बोरिंग में मोटर लगाने का मामला प्रखंड 20सूत्री क्रियान्वयन समिति की आगामी बैठक में उठाया जाएगा। दोषियों पर कार्रवाई के लिए पलामू के उपायुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया जाएगा। -नंदकिशोर सिंह, अध्यक्ष, प्रखंड 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति पंचायत के गांवों में बुनियादी सुविधाओं की घोर कमी है। स्कूल भवन भी अधूरा है। संवेदक ने पैसे की निकासी कर लिया है। जलमीनार अधूरा है। ड्राई बोरिंग में मोटर लगाकर पैसे निकाल लिया गया है। सिंचाई की कोई सुविधा पूरे पंचायत में नहीं है। गर्मी में भी कीचड़युक्त सड़क से आने-जाने की मजबूरी बनी हुई है। बिजली आपूर्ति सिस्टम और आंगनबाड़ी का भी बदतर स्थिति में है। -अमरेश चंद्रवंशी, सामाजिक कार्यकर्ता ग्रामीणों ने कहा- सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था हो सड़क, पेयजल, बिजली आदि सुविधाओं की स्थिति ठीक नहीं है। इसे कारण गांव का विकास प्रभावित है। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की भी बदतर स्थिति है। इसका निदान होना चाहिए। -सत्यनारायण प्रसाद राजनीतिक और प्रशासनिक इच्छाशक्ति के अभाव के पंचायत का विकास नहीं हो सका है। बगल से ओरिया खैराट से अमानत नदी बहती है। लिफ्ट इरिगेशन की सुविधा बेहतर करने से राहत मिलेगी।-सुनील कुमार पंचायत में स्वास्थ्य सुविधाएं और आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति काफी बदतर है। शिक्षा की भी समुचित व्यवस्था पंचायत में नहीं है। पानी के लिए भी महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। -मीना देवी पंचायत के गांव विकास से काफी दूर है। बिजली नेटवर्क, पेयजल, सड़क, सिंचाई आदि की सुविधाओं का घोर अभाव है। विकास योजनाओं का गुणवता के साथ क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। -रामचंद्र मांझी पूरा पंचायत आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से पिछड़ा है। बुनियादी सुविधाओं के लिए ग्रामीण अब भी तरस रहे हैं। सड़क, सिंचाई, बिजली, पेयजल की सुविधाएं नगण्य है। -रामजी चंद्रवंशी पंचायत में रोजगार के लिए कोई साधन नहीं है। पंचायत की जमीन काफी उपजाऊ है। लेकिन सिंचाई सुविधा के अभाव में किसान वर्षा आधारित खेती करते हैं। पेयजल व बिजली आपूर्ति की स्थिति भी बदतर है। -गणेश चंद्रवंशी विकास के मामले में कुंदरी पंचायत के सभी गांव काफी पीछे है। भौगोलिक दृष्टि से पंचायत काफी समृद्ध है। इसका समग्र विकास हो जाना चाहिए था। बुनियादी सुविधाओं की पूरे पंचायत में घोर कमी है। -प्रकाश मांझी विकास कार्यों की गुणवता के साथ क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। स्कूल भवन भी अधूरा पड़ा हुआ है। आंगनबाड़ी केंद्र आदि की भी बदतर स्थिति है। सिंचाई सुविधाओं का पूरे पंचायत में घोर अभाव है। -पवन कुमार पंचायत में विकास की स्थिति खराब है। गांव व टोले की सड़क की स्थिति भी खराब है। पेयजल व बिजली नेटवर्क की स्थिति भी काफी खराब है। स्वास्थ्य सुविधाओं की भी पंचायत के बदतर स्थिति है। -जयंती देवी पंचायत में पेयजल सुविधा का घोर अभाव है। जलमीनार से पानी नहीं मिल पाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति भी ठीक नहीं है। स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरे पंचायत में घोर अभाव है। -गुनी देवी यहां की जमीन काफी उपजाऊ है परंतु सिंचाई की सुविधा नहीं है। बोरिंग के सहारे खेती करना मजबूरी है। बिजली की स्थिति भी ठीक नहीं है। पीने के लिए पानी की भी बेहतर सुविधा नहीं है। -प्रकाश मांझी पूरे पंचायत में सड़क और सिंचाई की सुविधा की काफी कमी है। पेयजल के लिए काफी संकट है। स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है। लेस्लीगंज या मेदिनीनगर जाकर इलाज कराना पड़ता है। -अनिता देवी समस्याएं 1. कुंदरी पंचायत से दो स्टेट हाइवे गुजरी है, परंतु गांव की सड़कों का बुरा हाल है। 2. नाली निर्माण व सफाई कार्यक्रम की स्थिति ठीक नहीं है। सड़कों पर नाली का पानी बहता है। 3. पाइप लाइन जलापूर्ति योजना की स्थिति बहुत खराब है। लोगों को नहीं मिल रहा है नल से जल। 4. पंचायत में बिजली तार-पोल जर्जर हैं और बिजली भी 12-13 घंटे ही आपूर्ति हो रही है। 5. सिंचाई की सुविधा नहीं होने से किसान मानसून आधारित खेती पर ही निर्भर हैं। सुझाव 1. सिंचाई सुविधा के लिए अमानत नदी में लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम लगाने की जरूरत है। 2. कुंदरी पंचायत के गांव में सड़क की स्थित को सुधारने की जरूरत है। 3. नाली निर्माण होने से घर का पानी सड़क पर बहाए जाने की समस्या का निदान निकलेगा। 4. पंचायत में पाइप लाइन जलापूर्ति योजना को दुरुस्त करने की जरूरत है। 5. बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए जर्जर पोल और तार को बदलने की आवश्यकता है।
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