सतबरवा और रबदा की बहुग्राम जलापूर्ति योजना फेल, 150 चापाकल भी है डेड
पलामू जिले के सतबरवा प्रखंड के 58 गांवों में 13,000 परिवारों को पेयजल की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। घुटूवा पंचायत में जलापूर्ति व्यवस्था खराब है, जहाँ 13 चापाकल और 15 लघु जलमीनार खराब हैं।...

सतबरवा, प्रतिनिधि। पलामू जिले के सतबरवा प्रखंड के 58 गांव में बसे करीब 13 हजार परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकारी स्तर से क्रियान्वित अधिकांश योजनाओं के डेड हो जाने अथवा क्षमता की तुलना में कम जलापूर्ति करने के कारण हाहाकार की स्थिति बन गई है। सबसे खराब स्थिति ऊपर घाट में स्थित घुटूवा पंचायत की है। पहाड़ी क्षेत्र में बसा होने के कारण जलापूर्ति व्यवस्था काफी खराब है। घुटुआ पंचायत में वर्तमान में 13 चापाकल और 15 लघु जलमीनार खराब पड़े हुए हैं। सतबरवा प्रखंड की करीब 80 हजार परिवारों को सहजता से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 1091 चापाकल लगाए गए हैं।
इसमें 150 चापाकल डेड हो गए हैं। 11 मिनी पाइप लाइन जलापूर्ति योजना और 22 लघु जलापूर्ति योजना का भी क्रियान्वयन कराया गया है। जल जीवन मिशन से भी 200 से अधिक लघु जलमीनार योजना का क्रियान्वयन कराया गया है। प्रखंड वर्तमान में 56 से अधिक जलमीनार खराब पड़ा हुई है। इसके अलावा सतबरवा और रबदा पंचायत में बहुग्राम जलापूर्ति योजना का क्रियान्वयन कराया गया है। सतबरवा बहुग्राम जलापूर्ति योजना से सतबरवा और दुलसुलमा पंचायत में निवास करने वाले परिवारों को पाइप लाइन से जलापूर्ति करना है। रबदा पंचायत के फुलवरिया गांव में बनाए गए बहुग्राम जलापूर्ति योजना से रबदा और पोंची पंचायत में जलापूर्ति करना था, परंतु दोनों योजनाएं वर्तमान में फेल हो गई है।
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