रिवर साईड में तेज हवा से गिरे तीन पेड़, चार घर क्षतिग्रस्त
भुरकुंडा में तेज हवा के कारण तीन पेड़ गिर गए, जिससे चार परिवारों के घरों को नुकसान पहुंचा। हादसे में किसी को चोट नहीं आई, लेकिन घरों की दीवारें और छतें क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय मुखिया ने वन विभाग...

भुरकुंडा, निज प्रतिनिधि। भुरकुंडा रिवर साइड के दुंदुवा स्थित भुईयां टोला में मंगलवार मध्य रात्रि एक बड़ा हादसा हुआ। तेज हवा के दबाव में तीन पेड़ धराशायी हो गए, जिससे चार परिवारों के आशियाने क्षतिग्रस्त हो गए। घटना रात करीब एक बजे की बताई जा रही है, जब अधिकतर लोग गहरी नींद में थे। घटना में कुलदीप भुईयां, रामप्रवेश भुईयां, सोहन भुईयां और महेंद्र भुईयां के घर पेड़ों की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी व्यक्ति या मवेशी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन घरों की दीवारें और छत क्षतिग्रस्त हुई हैं। कई जगहों पर चहारदीवारी भी धराशायी हो गई है। दूसरे दिन बुधवार को स्थानीय मुखिया ने वन विभाग को इस घटना की सूचना दी, लेकिन शाम तक विभाग की ओर से कोई प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा। इससे पीड़ित परिवारों में नाराज़गी है। उनका कहना है कि गिरे हुए पेड़ों के कारण उन्हें भारी असुविधा हो रही है और किसी भी समय कोई और दुर्घटना हो सकती है। मगर विभागीय अनुमति के अभाव में वे खुद उन पेड़ों को काटकर हटा भी नहीं सकते। स्थानीय मुखिया सत्यवंती देवी ने बताया कि घटना की जानकारी संबंधित रेंजर को दे दी गई है, लेकिन फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यह वन विभाग की लापरवाही है। घटना के 18 घंटे बीतने के बाद भी विभाग की निष्क्रियता ने पीड़ित परिवारों की परेशानी और बढ़ा दी है। घटना से प्रभावित लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द पेड़ों को हटाने की अनुमति दी जाए और विभाग स्वयं मौके पर आकर स्थिति का जायजा ले। भुरकुंडा रिवर साइड की यह घटना न केवल एक प्राकृतिक आपदा है, बल्कि वन विभाग की लापरवाही का भी उदाहरण बन गई है।
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