नई पीढ़ी को पड़हा व्यवस्था की जानकारी होना जरूरी : शिल्पी
31वें ऐतिहासिक सात पड़हा जतरा समारोह में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने भाग लिया। उन्होंने आदिवासी परंपरा और संस्कृति को मजबूत करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में खोड़हा की परंपरा का जिक्र करते हुए कहा...

बेड़ो, प्रतिनिधि। प्रखंड के चनगनी मैदान में रविवार को आयोजित 31वें ऐतिहासिक सात पड़हा जतरा समारोह में राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की शामिल हुईं। खोड़हा में महिलाओं और पड़हा के सदस्यों के साथ मंत्री थिरकती हुई नजर आई। उन्होंने कहा कि ये आयोजन आदिवासी परंपरा, सभ्यता, संस्कृति और पड़हा व्यवस्था को मजबूती प्रदान करनेवाला है। खोड़हा में नाचने-झूमने की यह परंपरा हमारे पुरखों के इतिहास को जीवंत रखती है। इसके लिए पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी समाज को लिखित दस्तावेज तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि खतियान हमारी पहचान है इसके साथ खिलवाड़ का मतलब हमारी पहचान के साथ खिलवाड़ होगा।
मौके पर पड़हा पत्रिका 10वें अंक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा कार्तिक उरांव और वीरांगना सिनगी दई की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर पूर्व वीसी डॉ रवीन्द्रनाथ भगत, डॉ हरि उरांव, बंदे उरांव, राणा प्रताप उरांव, परमेश्वर भगत, जीतू उरांव, विमल उरांव, मंगा उरांव, सुबोध कुमार लकड़ा, उदय उरांव, प्रदीप उरांव और एलान उरांव आदि मौजूद थे।
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