करंट से मौत के तीन साल बाद भी मुआवजा को तरस रहा परिवार
तोरपा के हुसीर गांव में दानियल गुड़िया की तीन साल पहले बिजली के करंट लगने से मौत हो गई थी। वह एक बिजली मिस्त्री था और परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। उसकी पत्नी जीरेन गुड़िया मुआवजे के लिए विभाग के...

तोरपा, प्रतिनिधि। तोरपा प्रखंड के हुसीर गांव निवासी दानियल गुड़िया की तीन वर्ष पूर्व बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। दानियल पेशे से बिजली मिस्त्री था और विद्युत विभाग के लिए भी काम करता था। एक दिन लाइन ठीक करते समय करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं और परिवार की पूरी जिम्मेदारी उस पर ही थी। अब परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है, जिससे पत्नी जीरेन गुड़िया काफी मुश्किल हालात में बच्चों की परवरिश कर रही है। जीरेन पिछले तीन वर्षों से मुआवजे के लिए विभाग के चक्कर काट रही है, लेकिन अब तक कोई सहायता नहीं मिली है। गांव के मुखिया प्रदीप गुड़िया ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत बहुत खराब है और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। विभाग को सभी आवश्यक दस्तावेज जमा कराए जा चुके हैं, फिर भी मुआवजा नहीं मिला। ग्रामसभा ने मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। वहीं, झारखंड राज्य किसान सभा ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मुआवजा नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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