मूलभूत सुविधाओं की मांग पर नहीं चलने दी गईं कक्षाएं
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में आदिवासी छात्र संघ ने प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया। उनकी मांगों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने, आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने...

रांची, विशेष संवाददाता। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में आदिवासी छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्याओं पर प्रशासनिक उदासीनता के विरोध में सोमवार को अनिश्चितकाली बंद का आह्वान किया। उनकी मांग थी कि जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग सहित अन्य विभागों में शिक्षकों की भारी कमी को अविलंब पूरा किया जाए। साथ ही, जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के सभी विषयों के लिए उपयुक्त कक्षाओं में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने, सभी विभागों के शौचालयों की नियमित सफाई, अखड़ा परिसर में मंच और शेड का निर्माण कार्य, जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के लिए एक नया भवन और विश्वविद्यालय का नामकरण झारखंड के महानायक व स्वतंत्रता सेनानी वीर बुधु भगत के नाम पर करने की मांग की।
आदिवासी छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न विभागों और कक्षाओं में जाकर पढ़ाई को बंद कराई। इसके बाद संघ का प्रतिनिधिमंडल रजिस्ट्रार डॉ नमिता सिंह से मिला। वार्ता विफल होने के बाद संघ ने विश्वविद्यालय के सभी मुख्य द्वारों पर ताला बंदी कर दी। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे विवेक तिर्की कहा कि जब तक विश्वविद्यालय की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता और सभी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तब तक विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन बंदी जारी रहेगी।
विरोध प्रदर्शन में- दीपा कच्छप, अमित टोप्पो, अक्षय कुमार, नितेश टोप्पो, मनीष उरांव सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी शामिल थे।
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