मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी लगाकर सोएं
सिमडेगा में मलेरिया रोधी माह के तहत जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। एमपीडब्ल्यू कर्मियों ने ग्रामीणों को मलेरिया से बचने के उपाय बताए। मच्छरदानी का उपयोग करने, बुखार होने पर खून जांच कराने और जल...

सिमडेगा, प्रतिनिधि। मलेरिया रोधी माह के तहत जिले भर के गांवों में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार को भी एमपीडब्ल्यू कर्मी गांव गांव जाकर एवं स्कूलो में लोगों को मलेरिया बीमारी के प्रति जागरुक किया। ठेठईटांगर के कोनमेंजरा धवईपानी में एमपीडब्ल्यू मनुअर हुसैन ने जागरुकता कार्यक्रम चलाया। मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को मलेरिया से बचने के लिए कई टीप्स दिए। उन्होंने सोते समय हमेशा मच्छरदानी का उपयोग कर मलेरिया से बचाव होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है। जो संक्रमित मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से फैलता है। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है।
इसलिए बुखार होने पर तत्काल खून जांच कराएं। झाड़ फूक के चक्कर में समय न गवाएं। आस पास के इलाके में अगर जल जमाव को रहा हो, उसे नष्ट करें। बड़े जल जमाव वाले क्षेत्र में मिट्टी का तेल अथवा जला हुआ मोबिल डालें। क्योंकि मच्छरों का प्रजनन जल जमाव वाले क्षेत्र में ही होता है। -
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