मंदिर गए भारतीय मुस्लिम सांसद, चारों तरफ होने लगी तारीफ; कौन हैं सरफराज अहमद
शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों के दल के साथ पनामा पहुंचे सरफराज अहमद ने साथी सांसदों के साथ यहां मंदिर में दर्शन किए। दर्शन के बाद सरफराज अहमद ने कहा कि जब बुलाने वालों को ऐतराज नहीं, तो जाने वालों को क्यों होगा।

Sarfaraz Ahamad: 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के सफल हमले के बाद भारत ने अपना पक्ष रखने के लिए कई सांसदों को विदेश भेजा है। इनमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक दल अमेरिका, ब्राजील, कोलंबिया,पनामा और गुयाना के लिए भेजा गया है। इस दल में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद सरफराज अहमद भी शामिल हैं। हाल ही में सरफराज अहमद पनामा के एक मंदिर में सांसदों के साथ पहुंचे और दर्शन किए। सरफराज अहमद के इस कदम की हर तरफ तारीफ हो रही है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी उनके इस निर्णय की खुले दिल से सराहना की है। आइए जानते हैं कौन हैं सरफराज अहमद।
चारों सदनों में कर चुके हैं प्रतिनिधित्व
सरफराज अहमद वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के राज्यसभा सांसद हैं। इससे पहले वो झारखंड विधानसभा सदस्य, बिहार विधानपरिषद सदस्य और लोकसभा के सांसद भी रह चुके हैं। सरफराज अहमद ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी। साल 1980 में हुए चुनावों में सरफराज ने कांग्रेस के टिकट पर गांडेय विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। साल 1984 में गिरिडीह लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने। साल 2009 में सरफराज गांडेय विधानसभा सीट से एक बार फिर विधायक बने। बाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए और जेएमएम के टिकट पर साल 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में एक बार फिर से विधायक बने। पिछले साल हुए राज्यसभा चुनावों में जेएमएम ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और वो निर्विरोध चुनकर संसद के उच्च सदन पहुंच गए।
शशि थरूर ने क्या कहा
पनामा के मंदिर में शशि थरूर अपने साथी सांसदों के साथ पहुंचे। यहां की तस्वीर साझा करते हुए थरूर ने लिखा,"सभी दलों के सांसदों ने पनामा सिटी में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र का दौरा किया और वहां के सुंदर मंदिर में पूजा-अर्चाना की।" शशि थरूर ने आगे लिखा कि हमारे मुस्लिम साथी सरफराज अहमद को मंदिर में अपने हिन्दू और सिख साथियों के साथ शामिल होते देखना भावुक कर देने वाला था। इस दौरान थरूर ने सरफराज अहमद के एक बयान का भी जिक्र किया जो उन्होंने वहां पहुंचे कुछ लोगों के सवाल का जवाब देते हुए कहा था। सरफराज ने कहा कि जब बुलाने वालों को ऐतराज नहीं, तो जाने वालों को ऐतराज क्यों होगा?