क्या यूरिन में झाग बनना नॉर्मल है? जानें सेहत के लिए क्या हो सकते हैं बड़े खतरे
अगर आप लगातार अपने पेशाब में झाग आता देख रहे हैं, तो इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज करने की भूल ना करें, यह कई गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर किन स्थितियों में यूरिन में झाग बनना नॉर्मल होता है और किस तरह का झाग टेंशन देने वाला होता है।

मानव शरीर बीमार पड़ने से पहले कई तरह के संकेत देता है। व्यक्ति के यूरिन टेस्ट, रंग को देखकर भी कई तरह की समस्याओं के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। बता दें, शरीर से कई तरह के टॉक्सिन्स पेशाब के जरिए बाहर निकलते हैं। जिसकी वजह से कई बार लोग झागदार यूरिन को देखकर कंफ्यूज हो जाते हैं कि कहीं ये टॉक्सिन्स तो नहीं या फिर किसी बड़ी समस्या का संकेत हैं। अगर आप लगातार अपने पेशाब में झाग आता देख रहे हैं, तो इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज करने की भूल ना करें, यह कई गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर किन स्थितियों में यूरिन में झाग बनना नॉर्मल होता है और किस तरह का झाग टेंशन देने वाला होता है।
क्या झागदार यूरिन का आना नॉर्मल है?
यूरिन का रंग और इसकी गंध कई कारणों से बदल जाती है। अगर यूरिन में झाग कभी-कभी आता है तो यह सामान्य हो सकता है, लेकिन ऐसा बार-बार होने पर यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। बता दें, कई बार पेशाब में झाग आने का मतलब शरीर से ज्यादा प्रोटीन का बाहर निकलना भी हो सकता है।
झागदार यूरिन आने के पीछे जिम्मेदार हो सकते हैं ये कारण
आहार में प्रोटीन
कई बार अधिक प्रोटीन खाने से यूरिन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे पेशाब करते समय उसमें झाग बन सकता है।
मधुमेह
अनियंत्रित मधुमेह किडनी को प्रभावित कर सकता है, जिससे झागदार यूरिन आ सकता है।
संक्रमण
मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI) के कारण भी कई बार यूरिन में झाग बन सकता है।
किडनी रोग-
किडनी के ठीक से काम न करने पर मूत्र में प्रोटीन या अन्य पदार्थ लीक हो सकते हैं।
प्रोटीन्यूरिया
झागदार यूरिन अत्यधिक प्रोटीन का होना संकेत हो सकता है। जिससे प्रोटीनुरिया का खतरा बढ़ सकता है। बता दें, प्रोटीनुरिया को मूत्र में प्रोटीन रिसाव भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें मूत्र में प्रोटीन की अत्यधिक मात्रा होती है। यह अक्सर गुर्दे की बीमारी का संकेत हो सकता है।
कब होती है चिंता?
-अगर लंबे समय तक यूरिन में झाग बना रहता है।
-शरीर में खासतौर पर चेहरे और हाथ-पैरों में सूजन, थकान, पेशाब में जलन, या यूरिन का बदला हुआ रंग चिंता की बात हो सकती है।
-अगर पहले से ही मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या किडनी की समस्या का इतिहास रहा है।
ये है सलाह
-डिहाइड्रेशन से बचने के लिए दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं।
-प्रोटीन की मात्रा को संतुलित करें और अत्यधिक प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने से बचें।
डॉक्टर से संपर्क करें- अगर लगातार झागदार यूरिन आ रहा हो यूरिन टेस्ट और किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर करवा लें।
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