पीरियड के दिनों में होती है मुश्किल, ये गलतियां बिगाड़ सकती हैं मामला
पीरियड के दौरान दर्द और अन्य समस्याएं होना उतना ही सामान्य है,जितना पीरियड होना। पर,अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव लाकर आप पीरियड से जुड़ी इन समस्याओं को काफी हद तक नियंत्रित कर सकती हैं, बता रही हैं आयुषी गुप्ता

इस बात में कोई दोराय नहीं है कि पीरियड कुछ महिलाओं के लिए सबसे मुश्किल दिनों में से एक होता है। क्रैम्पिंग, ब्लोटिंग और मूड स्विंग जैसी समस्याएं इन दिनों इतनी हावी रहती हैं कि लगता कि कब पीरियड खत्म हो और सामान्य जीवन लौटे। पीरियड से जुड़ी इन समस्याओं से पार पाने के लिए हर बार दर्दनिवारक गोलियों का सहारा लेना बुद्धिमानी नहीं। हर बार दवा गटकने की जगह आप अपनी जीवनशैली में कुछ चीजों को शामिल करके तो कुछ चीजों को बाहर का रास्ता दिखाकर भी इन समस्याओं का सामना कर सकती हैं।
नमक में करें कटौती
लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं पीरियड के दौरान दर्द से जूझती हैं। कुछ टीनएज से लेकर मेनोपॉज तक हर माह दर्द का सामना करती हैं। वहीं पांच से दस प्रतिशत महिलाओं को पीरियड के दौरान इतना ज्यादा दर्द होता है कि उनकी सामान्य जिंदगी प्रभावित हो जाती है। अगर आप पीरियड के दौरान होने वाले इस दर्द को काबू करना चाहती हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि पीरियड के दौरान ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थ आपके लिए ठीक नहीं हैं। ज्यादा नमक के सेवन से न सिर्फ पीरियड के दौरान दर्द बढ़ता है बल्कि ब्लोटिंग और असहजता भी बढ़ती है। प्रोसेस्ड यानी जंक फूड में भी सोडियम भरपूर मात्रा में होता है, जो पीरियड से जुड़ी परेशानियों में इजाफा ही करता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा मात्रा में सोडियम के सेवन से शरीर में पानी ज्यादा मात्रा में इकट्ठा होता है और इसका असर पाचन तंत्र पर भी पड़ता है। पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से बचना है, तो खासतौर से इस दौरान नमक का सेवन एकदम संतुलित या कम मात्रा में करें।
सोच-समझकर चुनिए खाना
पीरियड के दौरान आपको चाहे कितनी भी परेशानी क्यों न हो, इस दौरान खानपान से जुड़ी दो गलितयां बिल्कुल न करें। मूड स्विंग हो या फिर पेट में तेज दर्द- खाना नहीं खाने की गलती न करें। खाना नहीं खाने से आपके शरीर में ऊर्जा की कमी होगी और आप बात-बेबात परेशान होती रहेंगी। पर, इसका यह मतलब कतई नहीं है कि आप खाने के नाम पर कुछ भी खाकर अपना पेट भर लें। संतुलित खाने की जगह जंक फूड खाने से ब्लोटिंग और असहजता और बढ़ सकती है। जंक फूड में चीनी और नमक दोनों ही ज्यादा मात्रा में होता है, जो पीरियड से जुड़ी परेशानियां बढ़ाता है। बेहतर होगा कि पीरियड के पांच-सात दिन आप जंक फूड से पूरी तरह दूरी बरतें।
ठीक नहीं ज्यादा कॉफी
पीरियड के दौरान कम-से-कम परेशानी चाहिए तो बात-बेबात कॉफी पीना बंद कीजिए। ज्यादा मात्रा में कैफीन के सेवन से पीरियड के दौरान दर्द की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है और इसकी वजह से स्तन में दर्द भी हो सकता है। यह सच है कि पीरियड के दौरान कॉफी पीने का मन ज्यादा करता है, पर आपको इसकी मात्रा पर नियंत्रण जरूर लगाना चाहिए। तयैबाह यूनिवर्सिटी मेडिकल साइंसेज, यूएई की पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन के सेवन से पीरियड न सिर्फ लंबा होता है बल्कि ब्लीडिंग भी ज्यादा होती है। कैफीन की वजह से असामान्य पीरियड की समस्या में भी इजाफा होता है।
हाइजीन से समझौता नहीं
पीरियड के दौरान आपको ज्यादा ब्लीडिंग होती हो या फिर कम, लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है। पीरियड से जुड़ी यह एक आम गलती है, जो अधिकांश महिलाएं करती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो पैड या टैंपून को हर चार से छह घंटे के भीतर बदल लेना चाहिए वर्ना आपको सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे प्राइवेट पार्ट्स में बैक्टीरिया का का निर्माण बढ़ सकता है और वहां से बदबू आ सकती है। साथ में आपकी इस गलती के कारण वहां की त्वचा में न सिर्फ रैशेज हो सकते हैं बल्कि टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (टीएसएस) का खतरा भी बढ़ सकता हैं। कनाडा के मेडिकल जर्नल इंफेक्शियस डिजीज एंड मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक टैंपून के कई घंटे तक इस्तेमाल से टीएसएस का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
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