आज के नेता इस लायक नहीं, ना छुएं उनके पैर; अजित पवार ने दी नसीहत, चाचा का भी लिया नाम
अजित पवार ने कहा कि मुझे कुछ मत दीजिए। मैं सिर्फ प्यार और सम्मान चाहता हूं। मेरे पैर न छुएं। आजकल के नेता पैर छूने के लायक नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि माता-पिता और चाचा के आशीर्वाद से मैं ठीक हूं।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख अजित पवार ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आज के नेताओं के पैर न छुएं क्योंकि वे इसके लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने माता-पिता और चाचा के आशीर्वाद से ठीक हैं। अजित पवार ने यह टिप्पणी बीड में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा की एक रैली के दौरान की। वह बीड के एक दिवसीय दौरे पर आए थे।
पवार ने बुधवार को बीड जिले के कार्यकर्ताओं से अपनी छवि साफ रखने और आपराधिक तत्वों से दूर रहने को भी कहा है। उनकी यह टिप्पणी पिछले साल मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मिक कराड की जबरन वसूली से संबंधित मामले के संदर्भ में आई है। पवार ने कहा कि थर्मल पावर स्टेशनों के पास फ्लाई-ऐश संग्रह व्यवसाय पर हावी गिरोहों और बीड में रेत और भू-माफिया को सबक सिखाया जाएगा। पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 फीसदी राजनीति करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि अतीत को भूलकर आगे बढ़ना होगा, यह एक नई सुबह है।
चाचा का भी किया जिक्र
एनसीपी प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके दौरे के दौरान उन्हें मालाएं, स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट करने पर भी फटकार लगाई। अजित पवार ने कहा, ‘‘मुझे कुछ मत दीजिए। मैं सिर्फ प्यार और सम्मान चाहता हूं। मेरे पैर न छुएं। आजकल के नेता पैर छूने के लायक नहीं हैं।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘माता-पिता और चाचा के आशीर्वाद से मैं ठीक हूं। मुझे सिर्फ आपका प्यार और आपसी सम्मान चाहिए।’’
अजित पवार का यह बयान काफी अहम है, जिसमें उन्होंने अपने चाचा यानी शरद पवार का भी जिक्र किया है। उनकी बगावत की वजह से 1999 में उनके चाचा शरद पवार द्वारा स्थापित एनसीपी का विभाजन हो गया है। उन्होंने जुलाई 2023 में पार्टी के कुछ विधायकों को तोड़ते हुए भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार में शामिल होने का फैसला किया था। तब राज्य सरकार में उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया था। आज भी वह राज्य के मुख्यमंत्री हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)