ऑपरेशन केलर: पहले मारे तीन आतंकी, अब सेना के हाथ लगा हथियारों का जखीरा
मुठभेड़ में मारा गया शोपियां के वांडूना मेलहोरा इलाके का निवासी शफी अक्टूबर 2024 में आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था और वह श्रेणी ‘सी’ का आतंकवादी था।

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में भारतीय सेना ने मंगलवार को 'ऑपरेशन केलर' के तहत लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के तीन आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया। यह अभियान सेना द्वारा 13 मई को शुरू किया गया था और इसमें भारी मात्रा में हथियार, ग्रेनेड, कारतूस, बैगपैक और आतंकियों के पर्स बरामद किए गए हैं।
ऑपरेशन केलर भारतीय सेना का एक विशिष्ट आतंकवाद विरोधी अभियान है, जो वर्तमान में चल रहे ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के समानांतर चलाया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 7 मई को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ की गई थी, जबकि ऑपरेशन केलर को 13 मई को शोपियां जिले के शोएकल केलर क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर लॉन्च किया गया।
भारतीय सेना ने एक आधिकारिक पोस्ट में बताया, “ऑपरेशन केलर - 13 मई 2025 को राष्ट्रीय रायफल्स यूनिट द्वारा दी गई आतंकियों की मौजूदगी की विशिष्ट जानकारी के आधार पर भारतीय सेना ने सर्च और डेस्ट्रॉय ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान आतंकियों की ओर से भारी गोलीबारी की गई, जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया और तीन कट्टर आतंकियों को ढेर कर दिया गया।”
यह ऑपरेशन भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से किया गया था। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मारे गए आतंकियों में एक टॉप लश्कर कमांडर शाहिद कुट्टे भी शामिल है। अन्य दो में से एक की पहचान अदनान शफी के रूप में हुई है, जबकि तीसरे की पहचान अभी जारी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शाहिद कुट्टे 2023 में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था और वह ‘श्रेणी ए’ का आतंकी था। वह हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में भी संलिप्त था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के चार दिन बाद, 26 अप्रैल को प्रशासन ने कुट्टे के घर को ध्वस्त कर दिया था।
इस कार्रवाई को घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। सेना और पुलिस का कहना है कि ऑपरेशन केलर अभी जारी है और इलाके में तलाशी अभियान तेज़ कर दिया गया है।