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Indian Railways: दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज के बारे में बोला रेलवे, ये सिर्फ दो पहाड़ों को ही नहीं, बल्कि...

  • Indian Railways: मंत्रालय के अनुसार, यह पुल ऊंचाई में एफिल टॉवर से भी ऊंचा है तथा नदी तल से रेल स्तर तक कुतुब मीनार से लगभग पांच गुना ऊंचा है।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तानWed, 9 April 2025 10:23 PM
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Indian Railways: दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज के बारे में बोला रेलवे, ये सिर्फ दो पहाड़ों को ही नहीं, बल्कि...

Indian Railways: रेल मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि प्रतिष्ठित चिनाब रेल पुल केवल दो पहाड़ों को ही नहीं जोड़ता, बल्कि यह जम्मू-कश्मीर के लिए सपनों, विकास और एक नए युग का भी सूत्रपात करता है। मालूम हो कि चिनाब नदी पर बना रेल ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज है।

मंत्रालय का यह बयान 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इसके आधिकारिक उद्घाटन से पहले आया है। मोदी 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल संपर्क के पूरा होने के उपलक्ष्य में जम्मू से कटरा के रास्ते श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।

रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा, ''हिमालय के भौगोलिक रूप से जटिल और अस्थिर भूभाग पर निर्मित चिनाब पुल बुनियादी ढांचे की एक उपलब्धि से कहीं अधिक है। यह भारत के साहस, नवाचार और सबसे दूरस्थ क्षेत्रों तक प्रगति लाने के अटूट संकल्प का प्रतीक है।''

यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ''चूंकि यह पुल चिनाब नदी पर बना है, इसलिए यह सिर्फ दो पहाड़ों को ही नहीं जोड़ता, यह जम्मू-कश्मीर के लिए सपनों, विकास और एक नए युग का सूत्रपात भी करता है।'' रेल मंत्रालय ने बताया कि सलाल बांध के पास चिनाब नदी पर 1,315 मीटर लंबे इस पुल की मुख्य मेहराब की चौड़ाई 467 मीटर है और यह 266 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाली हवा को सह सकता है।

मंत्रालय के अनुसार, यह पुल ऊंचाई में एफिल टॉवर से भी ऊंचा है तथा नदी तल से रेल स्तर तक कुतुब मीनार से लगभग पांच गुना ऊंचा है। कुमार ने बताया, ''इंजीनियरिंग के इस चमत्कार के निर्माण में 28,000 मीट्रिक टन से अधिक इस्पात का उपयोग किया गया और भारतीय रेलवे में अपनी तरह की पहली केबल क्रेन प्रणाली शुरू की गई- जिसका उपयोग 915 मीटर चौड़ी खाई में सामग्री ले जाने के लिए किया गया। इसमें दो विशाल केबल कार और 100 मीटर से अधिक ऊंचे खंभे थे।''

रेलवे ने कहा, ''यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है और यह न केवल भूभाग को बल्कि आकांक्षाओं को भी जोड़ता है - यह मार्ग कश्मीर घाटी को शेष भारत से सभी मौसमों में भरोसेमंद रेल संपर्क मुहैया कराता है।''