पुलिसकर्मियों की छुट्टियां तब तक मंजूर नहीं होंगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, इस राज्य का फैसला
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 6-7 मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह पहलगाम हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन के जरिए 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।

कर्नाटक सरकार ने देश में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए पुलिसकर्मियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि मुख्यमंत्री आज शाम विशेष बैठक करेंगे ताकि किसी भी हालात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जा सके। उन्होंने कहा, 'हम इस समय पुलिसकर्मियों की किसी भी छुट्टी या अवकाश को मंजूरी नहीं देंगे क्योंकि हमें नहीं पता कि सामान्य स्थिति कब बहाल होगी। केंद्र सरकार हमें सामान्य स्थिति बहाल होने की सूचना देगी। तब तक हमें सतर्क रहना होगा।'
जी परमेश्वर ने कहा कि राज्य सरकार को हर जगह, खासकर तटीय क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करना होगा। उन्होंने कहा, 'पिछले युद्ध के अनुभव से सीखते हुए तटीय इलाकों में सुरक्षा मजबूत होनी चाहिए। हमें उत्तर कन्नड़ से दक्षिण कन्नड़ तक पूरे तटीय क्षेत्र में सतर्क रहना होगा।' परमेश्वर ने बताया कि तटीय इलाके में तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था है, जिसमें पुलिस, बंदरगाहों की सुरक्षा और भारतीय नौसेना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया गृह और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा की जा सके।
एहतियातन उठाए गए कई सारे कदम
राज्य के गृह मंत्री ने कहा, 'मुख्यमंत्री युद्ध जैसी स्थिति के चलते किसी भी संकट से निपटने के लिए आवश्यक वस्तुओं और उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा करेंगे। खाद्यान्न, आवश्यक वस्तुओं, पानी, अस्पतालों और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, सभी आवश्यक इंतजाम किए जाने की जरूरत है। यह सब अभी तैयारी का हिस्सा है।' उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान केंद्र से पिछले दिनों मिली ताजा सलाह पर भी चर्चा की जाएगी। केंद्र ने सभी राज्य सरकारों के लिए सलाह जारी की है, जिसे ध्यान में रखते हुए कर्नाटक सरकार ने कई उपाय किए हैं। संवेदनशील जगहों पर और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। कुछ ऐसे स्थानों की पहचान की गई है जहां संदिग्ध गतिविधियां हो सकती हैं। ऐसे में वहां पर विशेष चौकसी बरती जाएगी।