सीजफायर को लेकर कोई शर्त नहीं, बातचीत की पहल पाकिस्तान ने की; सिंधु जल संधि रद्द रहेगी
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है। भारत ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है।'

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान सामने आया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सीजफायर की कोई पूर्व या बाद की शर्त नहीं है। बातचीत की पहल पाकिस्तान की ओर से हुई। उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि को निलंबित रखा जाएगा। भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई थी, जो फिलहाल निलंबित है। यह सिंधु नदी प्रणाली के 6 नदियों के जल बंटवारे को नियंत्रित करती है। हाल के तनाव, विशेषकर पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने संधि को निलंबित रखने का फैसला किया। यह कदम पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन और सीमा पर गोलीबारी के जवाब में उठाया गया।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति वही रहेगी। मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान में जारी सैन्य संघर्ष के बीच शनिवार को विदेश मंत्रालय ने बड़ी घोषणा की। इसमें कहा गया कि दोनों पक्षों में आज शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है। विदेश मंत्री जयशंकर ने दोनों पक्षों के बीच सहमति की जानकारी एक्स पर एक पोस्ट में दी। उन्होंने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई। भारत ने सभी प्रकार के आतंकवाद के विरुद्ध अपना अडिग रुख कायम रखा है और आगे भी ऐसा ही करता रहेगा।'
युद्धविराम को लेकर विदेश सचिव ने क्या कहा
इससे पहले, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में बताया कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने दोपहर तीन बजकर 35 मिनट पर भारतीय डीजीएमओ से फोन पर बात की। उन्होंने कहा, 'उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार को शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।' उन्होंने कहा कि इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। डीजीएमओ 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे।