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लड़ें नहीं, आओ साथ चलें; डोनाल्ड ट्रंप की सख्ती के बाद चीन ने लगाई भारत से गुहार

  • चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार कहा कि यह समय है, जब दिल्ली और बीजिंग को साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकाधिकार और पावर पॉलिटिक्स का मुकाबला हमें साथ मिलकर करना चाहिए। नेशनल पीपल्स कांग्रेस की मीटिंग के बाद वांग ने कहा कि ड्रैगन और एलिफेंट को साथ डांस करना चाहिए।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली, बीजिंगFri, 7 March 2025 03:58 PM
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लड़ें नहीं, आओ साथ चलें; डोनाल्ड ट्रंप की सख्ती के बाद चीन ने लगाई भारत से गुहार

अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर और डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 20 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के ऐलान से चीन परेशान हो गया है। यही नहीं चीन ने अब भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। चीन का कहना है कि यदि भारत और हम एक-दूसरे से मुकाबले की बजाय साथ आ जाएं तो दुनिया के व्यापारिक समीकरण ही बदल सकते हैं। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार कहा कि यह समय है, जब दिल्ली और बीजिंग को साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकाधिकार और पावर पॉलिटिक्स का मुकाबला हमें साथ मिलकर करना चाहिए। नेशनल पीपल्स कांग्रेस की मीटिंग के बाद वांग ने कहा कि ड्रैगन और एलिफेंट को साथ डांस करना चाहिए। फिलहाल यही सबसे सही चीज है।

वांग यी ने कहा कि हमें एक दूसरे से मुकाबला करने की बजाय मजबूती से सहयोग करना चाहिए। इससे हमारे परस्पर हितों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि एशिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं साथ आ जाएंगी तो फिर ग्लोबल साउथ का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक संबंधों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया का विकसित होना जरूरी है। अब तक भारत की ओर से चीन के इस बयान पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। वहीं गुरुवार को ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि भारत सरकार चीन के साथ अच्छे रिश्ते रखने की पहल कर रही है। चीन के नियंत्रण में आने वाले तीर्थस्थानों तक डायरेक्ट फ्लाइट्स और पत्रकारों की आवाजाही पर बात हो रही है।

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चीनी विदेश मंत्री ने यह बात तब कही, जब उनसे भारत के साथ संबंधों को लेकर सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के साथ हमारे संबंधों में सुधार हुआ है। बीते एक साल में हमने रिश्ते सुधारे हैं। सीमाओं से सेनाएं हटी हैं और शांति बहाल हुई है। इसके अलावा बीते साल अक्टूबर में पीएम नरेंद्र मोदी से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि सीमा विवाद के आधार पर द्विपक्षीय संबंध तय न हों। उसे अलग नजरिए से देखा जाए। चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर जारी है। अमेरिका की सत्ता पर डोनाल्ड ट्रंप ने काबिज होते ही कई सख्त फैसले लिए हैं। चीन, कनाडा, मेक्सिको और भारत जैसे देशों पर डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ बढ़ाना चाहते हैं।

हम तैयार हैं; ट्रंप के ट्रेड वॉर पर चीन ने भी स्वीकार किया चैलेंज

मंगलवार को ही ट्रंप ने एक आदेश पर साइन किया, जिसके तहत चीन से होने वाले आयात पर टैरिफ 20 फीसदी तक किया जाना है। ट्रंप ने कहा कि चीन से नशीली दवा फेंटानिल की सप्लाई कम नहीं हो रही है। ऐसे में उससे निपटने के लिए ही यह फैसला लिया गया है। इस पर दवाब देते हुए अमेरिका में चीन के दूतावास ने कहा, 'यदि अमेरिका जंग ही चाहता है, चाहे टैरिफ, ट्रेड या फिर कोई और हो तो हम उसके लिए भी तैयार हैं।'