जो पानी भारत का है, वह अब भारत के ही काम आएगा; PM मोदी का पाकिस्तान को कड़ा संदेश
पाकिस्तान से बढ़ रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि जो पानी पहले भारत से बाहर भेजा जाता था, अब वह देश के भीतर ही रोका जाएगा और आंतरिक उपयोग में लाया जाएगा।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ रहे तनावपूर्ण माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जल संरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया। पीएम मोदी ने कहा, “जो पानी भारत का है, वह अब भारत के काम आएगा। पहले जो पानी देश से बाहर चला जाता था, अब उसे यहीं रोका जाएगा और देश की जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बयान नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिया, उन्होंने इस पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि यह पानी किस दिशा में, किस देश में जाता था या इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान के साथ हालिया तनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है।
इस बयान को देश की जल नीति में एक संभावित बड़े बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि यह कदम सिंधु जल संधि जैसे समझौतों की ओर इशारा है।
सिंधु जल संधि पर भारत सख्त
भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को फिलहाल के लिए अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। यह कदम पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के विरोध में उठाया गया है। संधि के अनुसार भारत को केवल 20% पानी मिलता है, जबकि 80% पाकिस्तान को मिलता है। अब भारत इस पानी का उपयोग अपने किसानों, परियोजनाओं और नागरिक हितों के लिए करेगा। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि सरकार नदी जोड़ो अभियान के तहत केन-बेतवा और पार्वती-कालिसिंध-चंबल लिंक परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ा रही है। इससे लाखों किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
बैंकिंग, सैनिकों और गरीबों पर भी बोले पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर 2014 से पहले संकट में था, आज दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में भारत के बैंक शामिल हैं। वन रैंक, वन पेंशन योजना लागू कर अब तक ₹1.25 लाख करोड़ से अधिक पूर्व सैनिकों को लाभ पहुंचाया गया। 25 करोड़ लोग बीते 10 साल में गरीबी रेखा से ऊपर आए। मुद्रा योजना से छोटे व्यापारियों को बल मिला और दुनिया को दिखाया कि लोकतंत्र डिलीवर कर सकता है।
OIC के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
इस बीच भारत ने न्यूयॉर्क में OIC (Organisation of Islamic Cooperation) समूह द्वारा जारी बयान की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह बयान पाकिस्तान के इशारे पर जारी किया गया है और यह पहलगाम आतंकवादी हमले तथा उसकी सीमा पार संबंधों को नकारने वाला एक बेतुका बयान है। दरअसल, मुस्लिम देशों के इस संगठन ने कहा था कि भारत द्वारा पाकिस्तान पर आतंकवाद के लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोपों के कारण तनाव बढ़ रहा है।
जायसवाल ने कहा, "यह पाकिस्तान का एक और प्रयास है, जो लंबे समय से सीमा पार आतंकवाद में संलिप्त रहा है, OIC समूह को गुमराह करके अपने हित में बयान जारी करवाने का। हम OIC के उन मामलों में हस्तक्षेप को खारिज करते हैं जो भारत के आंतरिक मामले हैं।" भारत ने इस बयान को पाकिस्तान की साजिश बताते हुए स्पष्ट किया कि OIC को अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह घटना एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ाने वाली साबित हो रही है।