भारत को रोक लो; ऐक्शन से थर्राया पाकिस्तान, हर दरवाजे करता फिर रहा मिन्नतें
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के होश उड़ गए हैं। अब वो हर देश के दरवाजे पर जाकर भारत को रोकने की भीख मांग रहा है।

पाकिस्तान को जब से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उसका असली चेहरा दिखाया है, तब से वो बुरी तरह बौखलाया हुआ है। पहले एलओसी पर उकसावे की कोशिश, फिर 26 भारतीय शहरों पर हमला करने की नाकाम साजिश, इन सबका भारत ने ऐसा करारा जवाब दिया कि अब पाकिस्तान की सरकार और फौज हर मंच पर संयम की दुहाई देने लगी है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में कहा कि उनकी सरकार लगातार ईरान, चीन, सऊदी अरब, कतर और यूएई जैसे देशों से संपर्क में है ताकि भारत से बढ़ते तनाव को कम किया जा सके। उन्होंने दावा किया कि भारतीय ड्रोन जासूसी के लिए भेजे गए थे, हमला करने के लिए नहीं। हालांकि, हकीकत यह है कि भारत ने उसके कई ड्रोन गिरा दिए हैं और कई जगह तो भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी ड्रोनों को सीमा पर ही खत्म कर दिया गया।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तरार ने दावा किया कि बुधवार से शुक्रवार तक 77 ड्रोन भारत ने मार गिराए हैं। उधर भारत का कहना है कि बीती रात सिर्फ एक रात में 600 पाकिस्तानी ड्रोनों ने लद्दाख से लेकर सिर क्रीक तक भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।
अन्य देशों के आगे गिड़गिड़ाया पाक
इस बीच सऊदी अरब के विदेश मामलों के राज्यमंत्री अदेल अल जुबैर पहले भारत आए और फिर पाकिस्तान पहुंच गए। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि सऊदी अरब भारत पर दबाव डालेगा, मगर भारत में जुबैर की विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हुई बातचीत में पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क और उसकी हरकतों को लेकर कड़ी चर्चा हुई।
ईरान के विदेश मंत्री भी दिल्ली दौरे पर थे और पाकिस्तानी रणनीति को लेकर गहरी चिंता जाहिर की गई। पाकिस्तान की हालत यह है कि अब वह इंडस वॉटर ट्रीटी को लेकर भी चिल्ला रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सिंधु जल संधि को हथियार बना रहा है, और ये एक खतरनाक मिसाल है। लेकिन असल में यह वही पाकिस्तान है जो हर बार आतंकवाद को पालता-पोसता है, और जब जवाब मिलता है तो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रोना शुरू कर देता है।
भारत का इरादा अटल
पाकिस्तानी आर्मी प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा। लेकिन सवाल यह है कि पहले हमला कौन करता है? भारत ने साफ कहा है कि यह जवाबी कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद यह जरूरी थी। अब पाकिस्तान की हालत ये है कि लाहौर एयरपोर्ट जैसी जगहों पर उड़ानें रोकनी पड़ रही हैं, अस्पतालों में हाई अलर्ट है, और हुकूमत रोजाना बैठकें कर रही है कि अगला हमला कैसे टाला जाए। भारत के सख्त रुख और पाकिस्तान की बेचैनी से साफ है। जिस पाकिस्तान ने बरसों तक भारत को अस्थिर करने की साजिश की, उसे अब हर मोर्चे पर जवाब मिल रहा है।