कंधार-पुलवामा के गुनहगार ढेर, 100 से ज्यादा आतंकी पहुंचे थे जहन्नुम, सेना ने बताया- कैसे किया उनका खात्मा
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाक के पंजाब प्रांत में चल रहे 9 सक्रिय आतंकी अड्डों को चिह्नित किया था।

ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंक पर भारत ने करारा प्रहार करते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों का खात्मा किया है। इस बारे में भारतीय सेना ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। भारत ने जिन आतंकियों को जहन्नुम पहुंचा वे सभी IC-814 कंधार हाईजैक और पुलवामा हमले के गुनहगार थे। सेना ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सीमा पार आतंक की साजिश रचने वाले यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे बड़े नाम इस कार्रवाई में ढेर किए गए हैं।
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाक अधिकृत कश्मीर में सक्रिय 9 आतंकी कैंपों की पहचान की थी। इनमें लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ मानी जाने वाली मुरिदके भी शामिल थी, जहां से अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे खूंखार आतंकी निकले थे।
आतंकी ठिकानों की बारीकी से हुई थी जांच: भारतीय सेना
इन ठिकानों की बारीकी से जांच की गई, उनका नक्शा, बनावट और आसपास का भूगोल समझा गया ताकि एक भी निशाना चूके बिना आतंक को खत्म किया जा सके। ड्रोन सर्विलांस के जरिए पुख्ता सबूत जुटाए गए, जिससे यह तय हो सके कि निशाने पर सटीक वार हुआ है। सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से सरप्राइज अटैक था, जिससे दुश्मन संभल भी नहीं पाया और भारतीय ड्रोन ने उसे नापाक हरकतों की सजा दे दी।
भारत की कार्रवाई में मारे गए 40 पाक सैनिक
गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच एलओसी पर हुई भारतीय कार्रवाई से पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने कई बार एयरफील्ड्स और हथियार डंप्स को निशाना बनाने की कोशिश की, मगर भारतीय सेना ने हर हमले को नाकाम कर दिया। घई के मुताबिक, इस दौरान आर्टिलरी और छोटे हथियारों की फायरिंग में पाकिस्तान के लगभग 35 से 40 सैनिक मारे गए।