तिरुपति चर्बी विवाद के बाद मंदिर में झाड़ू लगा 'प्रायश्चित' कर रहे पवन कल्याण, VIDEO
- तिरुपति लड्डुओं में चर्बी विवाद के बाद आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और दिग्गज अभिनेता पवन कल्याण का 11 दिवसीय 'प्रायश्चित' जारी है। मंगलवार सुबह उन्हें विजयवाड़ा स्थित दुर्गा मल्लेश्वर स्वामी मंदिर में झाड़ू लगाते देखा गया।

तिरुपति में मिलने वाले प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल किए जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मिलावट के आरोपों के मद्देनजर एफएसएसएआई ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को कथित रूप से घटिया घी की आपूर्ति करने के लिए तमिलनाडु स्थित एक कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस बीच आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और दिग्गज अभिनेता पवन कल्याण का 11 दिवसीय 'प्रायश्चित' जारी है। इस विवाद के सामने आने के बाद उन्होंने कहा था कि वे इस तरह की घटना को लेकर काफी व्यथित हैं और उन्हें अफसोस है कि वे इसके लिए कुछ नहीं कर पाए। मंगलवार सुबह उन्हें विजयवाड़ा स्थित दुर्गा मल्लेश्वर स्वामी मंदिर में झाड़ू लगाते देखा गया।
तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल किए जाने का मामला तब सामने आया जब आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाए। नायडू के आरोप थे कि पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी सरकार के वक्त तिरुपति के मंदिरों में घटिया किस्म का घी इस्तेमाल होता था, लड्डुओं में जानवरों की चर्बी तक इस्तेमाल होती थी। इन आरोपों पर वाईएसआर कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
पवन कल्याण का 1 अक्टूबर तक प्रायश्चित'
सोमवार से आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने लड्डुओं में मिलावट को लेकर 11 दिनी प्रायश्चित शुरू कर दिया है। मंगलवार को वो विजयवाड़ा में श्री दुर्गा मल्लेश्वर स्वामी वरला देवस्थानम पहुंचे और मंदिर की सीढ़ियों में झाड़ू लगाया। पवन कल्याण 1 अक्तूबर तक मंदिर में तपस्या करेंगे। इसके बाद भगवान वेंकटेश मंदिर में जाकर प्रभु से क्षमा याचना करेंगे।
अगर मस्जिद में ऐसी घटना होती तो...
पवन कल्याण ने कहा, "यदि इस तरह की घटना किसी चर्च या मस्जिद के साथ हुई होती तो देश में अव्यवस्था फैल जाती। यह दुनिया भर में चर्चा का विषय बन जाता और वैश्विक समाचारों की सुर्खियां बन जाता।" उन्होंने कहा, "लेकिन जब इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं, तो वे कहते हैं कि हमें यह मुद्दा नहीं उठाना चाहिए, क्योंकि हम धर्मनिरपेक्ष हैं। क्या हिंदुओं की भावनाएं नहीं होतीं?"