कांग्रेस के अलावा शशि थरूर के पास खुला है यह ‘ऑप्शन’, BJP में जाने की अटकलों पर क्या बोले
- शशि थरूर ने आगे कहा, 'इसके साथ ही पार्टी एक वाहन होता है। इसमें संगठनात्मक शक्ति होना जरूरी है, ताकि मूल्यों को आगे ले जाया जा सके और उन सिद्धांतों के साथ ताकत हासिल की जा सके।'

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भविष्य की योजना को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ किया है कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं। खास बात है कि थरूर ने हाल ही में कह दिया था कि अगर कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है, तो उनके पास कई और विकल्प मौजूद हैं। इसके साथ ही उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें भी तेज हो गईं थी, जिसका बाद में थरूर ने खंडन किया था।
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार किया है और इसकी वजह विचारधारा में अंतर होना बताया है। उन्होंने कहा, '...नहीं, हर पार्टी की अपनी मान्यताएं और इतिहास है। अगर आप उनकी मान्यताओं को नहीं मान सकते, तो किसी अन्य पार्टी में जाना गलत है। मुझे नहीं लगता कि यह सही है, लेकिन स्वतंत्र होने का विकल्प हमेशा खुला है।'
उन्होंने कहा, 'लेकिन आज के राजनीतिक माहौल में मुझे लगता है कि सभी को पार्टी की, एक संगठन की, एक वाहन की जरूरत है जो उनके विचारों को आगे ले जाए। राजनीति में एक पार्टी के लिए जरूरी है कि वह कुछ विचार और सिद्धांत रखे। नहीं तो विचारधारा या घोषणापत्र का कोई फायदा नहीं।'
थरूर ने आगे कहा, 'इसके साथ ही पार्टी एक वाहन होता है। इसमें संगठनात्मक शक्ति होना जरूरी है, ताकि मूल्यों को आगे ले जाया जा सके और उन सिद्धांतों के साथ ताकत हासिल की जा सके।'
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा ने इसे आगे बढ़ाने की क्षमता दिखाई है, जो हम कई राज्यों में नहीं दोहरा सके। केरल में सीपीआईएम ने बीते दो चुनाव में अपनी क्षमता दिखाई है और मुझे इस पर बात करने में कुछ गलत नहीं लगता। हम (कांग्रेस) हर बूथ पर संगठनात्मक कमी, कार्यकर्ताओं की कमी का सामना कर रहे हैं। हम कैडर आधारित पार्टी नहीं हैं। हमारे पास कई नेता हैं, लेकिन हमारे पास कार्यकर्ताओं की कमी है।'
दोबारा करेंगे शादी?
शादी के सवाल पर थरूर ने कहा, 'बिल्कुल नहीं। मैंने जीवन में बहुत अनुभव ले लिया है। बीते 10 सालों से मैं सिंगल हूं।' कांग्रेस सांसद ने यह भी बताया कि उनकी मां उन्हें शादी के लिए कह रही हैं, लेकिन वह मौजूदा स्थिति से खुश हैं। जनवरी 2014 को थरूरत की पत्नी सुनंदा पुष्कर का निधन हो गया था।