सोचिएगा राजनीति में क्या कमाया और गंवाया;शीला दीक्षित पर केजरीवाल का पोस्ट देख भड़के यूजर्स
- दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित की आज 88वीं जयंती है। आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा और दिल्ली की सत्ता से कांग्रेस को हटाने में अहम रोल निबाने वाले अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें नमन किया,लेकिन केजरीवाल का यह पोस्ट एक्स यूजर्स को पसंद नहीं आया।

दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित की आज 88वीं जयंती है। 31 मार्च 1938 को उनका जन्म हुआ था। दिल्ली में कांग्रेस नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके बेटे संदीप दीक्षित भी थे। आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा और दिल्ली की सत्ता से कांग्रेस को हटाने में अहम रोल निभाने वाले अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें नमन किया,लेकिन केजरीवाल का यह पोस्ट एक्स यूजर्स को पसंद नहीं आया। लोग इस पोस्ट के खिलाफ उन्हें उनके पिछले पोस्ट और बयान याद दिलाने लगे, जो एक समय पर केजरीवाल शीला दीक्षित के खिलाफ 2013 में खूब मुखर होकर बोलते थे। एक यूजर ने तो यहां तक कह डाला कि जो हाल दिल्ली में हुआ है,वही पंजाब में होगा।
अरविंद केजरीवाल ने आज अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से लिखा कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। हालांकि केजरीवाल के अलावा आतिशी, सौरभ भारद्वाज और मनीष सिसोदिया ने शीला दीक्षित की जयंती पर एक भी एक्स पोस्ट नहीं किया। अरविंद केजरीवाल के इस पोस्ट के बाद तो जैसे यूजर्स भड़क गए। कुछ ने तो उन्हें आत्ममंथन की सलाह दे डाली तो किसी ने उनपर भद्दे कॉमेंट किए।
केजरीवाल के एक्स पोस्ट से नाराज होकर एक यूजर ने लिखा कि शीला दीक्षित जी को आपकी श्रद्धांजलि देना देखकर मैं हैरान हूं,जिन्होंने सत्ता में आने के लिए उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। दस साल से ज्यादा के आप (AAP) के शासन में कोई खास काम नहीं हुआ। शीला जी ने दिल्ली के लिए बहुत विकास कार्य किए,लेकिन अंत में वे दुखी थीं,आप (AAP) की 'रेवड़ी संस्कृति' के मुकाबले। एक और यूजर ने लिखा कि शीला दीक्षित जी पर झूठे आरोप लगाना और फालतू की बकवासें करना जनता थोड़ा बहुत भूलने लगी थी मगर अभी किसानों पर जो पंजाब सरकार ने अत्याचार किए हैं,उसकी सजा जनता और भगवान दोनों देंगे। यूजर ने पूरी पार्टी धोखेबाज तक कह डाला।
एक यूजर ने केजरीवाल को सलाह देते हुए लिखा कि शीला जी के आवास में कितना एयर कंडीशनर लगा हुआ था अरविंद जी?आपके हिसाब से उनको जेल में होना चाहिए था?क्या आपने उनको जेल भिजवाया?आपको क्या लगता है दिल्ली वालों ने बिना मतलब आपको सत्ता से बाहर किया?नहीं जी बिल्कुल वजह थी। बहुत निराशा हाथ लगी दिल्ली के लोगों को और अब वही हालत पंजाब में भी है। घर में बैठकर सोचिएगा की राजनीति में क्या कमाया और क्या गंवाया? जनता का विश्वास एक बार टूटता है तो बड़े-बड़े सिंहासन डोल जाते है। वही आपके साथ दिल्ली में हुआ और अब पंजाब की बारी है।