उनका पोस्ट राष्ट्र विरोधी नहीं; सोफिया कुरैशी की प्रेस ब्रीफिंग को ढोंग बताने वाले प्रोफेसर के समर्थन में आए ओवैसी
प्रोफेसर की गिरफ्तारी के बाद अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। उन्होंने प्रोफेसर की गिरफ्तारी की आलोचना की है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की प्रेस ब्रीफिंग पर कमेंट करने वाले अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की मीडिया ब्रीफिंग को दिखावटी बताया था। बीजेपी के युवा मोर्चा के नेता ने उनके खिलाफ शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले महिला आयोग ने भी उनकी पोस्ट पर नाराजगी जताई थी। वहीं उनकी गिरफ्तारी के बाद अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। उन्होंने प्रोफेसर की गिरफ्तारी की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद का पोस्ट ना तो देश विरोधी था और ना ही महिला-द्वेषी नहीं था।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा, यह पूरी तरह से निंदनीय है। अगर यह सच है, तो हरियाणा पुलिस ने कथित तौर पर कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह किसी व्यक्ति को उसकी राय के लिए निशाना बनाता है। उसका पोस्ट राष्ट्र-विरोधी या महिला-द्वेषी नहीं था। भाजपा कार्यकर्ता की एक मात्र शिकायत पर हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई की।
इससे पहले राई के सहायक पुलिस आयुक्त अजीत सिंह ने फोन पर कहा, अली खान महमूदाबाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी कुछ टिप्पणियों के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
अशोका विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली है कि प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को आज सुबह पुलिस हिरासत में लिया गया है। हम मामले की विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं।’’ बयान में कहा गया, “विश्वविद्यालय जांच में पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग करेगा।” इससे पहले, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में टिप्पणी को लेकर एसोसिएट प्रोफेसर को नोटिस भेजा था।
गत 12 मई को जारी नोटिस में उल्लेख किया गया है कि आयोग ने सोनीपत में अशोका विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख महमूदाबाद द्वारा ‘‘7 मई को या उसके आसपास’’ दिए गए ‘‘सार्वजनिक बयानों/टिप्पणियों’’ का स्वत: संज्ञान लिया है।
आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा, ‘‘हम देश की बेटियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को सलाम करते हैं। लेकिन राजनीति विज्ञान पढ़ाने वाले प्रोफेसर ने उनके लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है... मुझे उम्मीद थी कि वह कम से कम आज आयोग के सामने पेश होंगे और खेद व्यक्त करेंगे।’’
महमूदाबाद की टिप्पणियों को आयोग के नोटिस के साथ संलग्न किया गया था, जिनमें से एक में कहा गया था कि कर्नल कुरैशी की सराहना करने वाले दक्षिणपंथी लोगों को भीड़ द्वारा हत्या और संपत्तियों को ‘‘मनमाने ढंग से’’ गिराए जाने के पीड़ितों के लिए सुरक्षा की मांग करनी चाहिए।
एसोसिएट प्रोफेसर ने कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की मीडिया ब्रीफिंग को ‘‘दिखावटी’’ बताया था। उन्होंने कहा था, ‘‘लेकिन दिखावटीपन को जमीनी हकीकत में बदलना चाहिए, नहीं तो यह सिर्फ पाखंड है।’’
भाषा से इनपुट