महुआ माजी के बाद उदित राज को 'ऑपरेशन सिंदूर' से दिक्कत,कहा- कोई और नाम होता तो
भारतीय सेना के आधी रात पाकिस्तान पर पहलगाम हमले का बदला लेने के बाद उन 27 आत्माओं को भी शांति मिली होगी,जिन्हें उन दहशतगर्दों ने धर्म पूछकर मौत के घाट उतार दिया था। लोग इस सेना के इस खास ऑपरेशन और इसके नाम पर खुश हैं तो वहीं कुछ नेता ऐसे भी हैं,जिन्हें इस नाम से परेशानी है।

भारतीय सेना के आधी रात पाकिस्तान पर पहलगाम हमले का बदला लेने के बाद उन 27 आत्माओं को भी शांति मिली होगी,जिन्हें उन दहशतगर्दों ने धर्म पूछकर मौत के घाट उतार दिया था। लोग इस सेना के इस खास ऑपरेशन और इसके नाम पर खुश हैं तो वहीं कुछ नेता ऐसे भी हैं,जिन्हें इस नाम से परेशानी है। पहले हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माजी ने इसपर आपत्ति जताई,तो अब कांग्रेस नेता ने भी इसपर सवाल उठाया है। दिल्ली लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे उदित राज को भी लगता है कि इस ऑपरेशन का कोई और नाम हो सकता था।
मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि कई लोगों से चर्चा करने में यह बात सामने आई कि सिंदूर एक विशेष धर्म से संबंधित है। उन्होंने आगे कहा कि बेहतर होता कि कोई और नाम दिया जाता। तभी उन्हें कुछ अहसास हुआ और उन्होंने अपनी बात को वहीं खत्म करते हुए कहा कि खैर,वह विषय नहीं है,जरूरी यह है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया गया। हालांकि मामला तूल पकड़ता देख उदित राज ने अपने एक्स हैंडल से सफाई भी दी। उन्होंने लिखा कि सेना के द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर प्रहार का स्वागत । सरकार ने “सिंदूर ऑपरेशन” नाम दिया,इस पर कोई विवाद क्यों? इस पर मैं कुछ बोला ही नहीं लेकिन कुछ मीडिया ने विवादित बना दिया।
इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की सांसद महुआ माजी ने भी एक दिन पहले ऑपरेशन सिंदूर नाम रखने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोई और नाम रखा जा सकता था,पता चला है कि सिंदूर नाम पीएम मोदी ने दिया है,इसमें राजनीति दिखती है। जब आपने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी,उसकते बाद भी आप निर्णय ले रहो हो। सिंदूर नाम रखने से कई संवेदनाएं जुड़ जाती हैं।