6 साल बाद पकड़ा गया भगोड़ा हनीफ, दिल्ली हिंसा मामले में शरजील इमाम के साथ है सह-आरोपी
दिल्ली पुलिस ने 6 साल बाद एक भगोड़े आरोपी को पकड़ा है। वह 2019 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा मामले में शरजील इमाम के साथ सह-आरोपी है। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल और पांच राउंड भी जब्त किए हैं। जमानत मिलने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होने पर उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।

दिल्ली पुलिस ने 6 साल बाद एक भगोड़े आरोपी को पकड़ा है। वह 2019 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा मामले में शरजील इमाम के साथ सह-आरोपी है। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल और पांच राउंड भी जब्त किए हैं। जमानत मिलने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होने पर उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
पुलिस ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में दिसंबर 2019 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के आरोपी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसे अदालत में पेश न होने के बाद भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि शाहीन बाग निवासी 42 साल का मोहम्मद हनीफ इस मामले में शरजील इमाम और आसिफ इकबाल तन्हा के साथ सह-आरोपी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल और पांच राउंड भी जब्त किए हैं। स्थानीय अदालत ने 7 मार्च को मामले में शरजील इमाम और आसिफ इकबाल तन्हा के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया था।
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक ने कहा कि दिसंबर 2019 में विरोध प्रदर्शन के दौरान हनीफ और उसके भाई हारुन ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र में दंगों में सक्रिय रूप से भाग लिया था। उसे भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत दर्ज मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि हनीफ को जमानत मिल गई थी, लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुआ। उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि उसके खिलाफ 2022 में एनडीपीएस अधिनियम के तहत एक और मामला दर्ज किया गया था, लेकिन वह गिरफ्तारी से बच गया। कौशिक ने बताया कि गाजीपुर-घड़ौली गांव रोड के पास हनीफ की मौजूदगी की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया। उसके पास से एक पिस्तौल और पांच राउंड बरामद किए गए।
हनीफ मूलरूप से पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले का रहने वाला है। उसने 10वीं तक पढ़ाई की है। आर्थिक तंगी के कारण उसने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और शुरुआत में अपने पिता के साथ स्क्रैप के कारोबार में काम किया। उसके बाद चिकन सप्लाई का काम शुरू किया। कौशिक के अनुसार, 2012 से 2015 के बीच उसने ड्राइवर के तौर पर भी काम किया।
2016 में हनीफ निजामुद्दीन इलाके के असलम नाम के एक शख्स के संपर्क में आया जिसने उसे ड्रग्स के धंधे में शामिल किया। उसे पहली बार 2006 में मारपीट और अवैध प्रवेश के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कौशिक ने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने उसे 2018 में नशीले पदार्थों के मामले में भी गिरफ्तार किया था।