पलामू जिले के तीन पुलिस अनुमंडल में अग्निशामक दस्ता नहीं
पलामू जिले का अग्निशमन विभाग आगजनी की घटनाओं से निपटने में कठिनाइयों का सामना कर रहा है। केवल दो अनुमंडलों में अग्निशामक टीम मौजूद है, जबकि अन्य में संसाधनों की कमी और दूरी के कारण समय पर प्रतिक्रिया...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू जिला अग्निशमन विभाग में आगजनी की घटना से निपटने के लिए तत्परता बरत रही है परंतु संसाधन, दूरी और मैन पॉवर की कमी नुकसान को रोकने में सफल नहीं होने दे रहे हैं। पलामू जिले के पांच पुलिस अनुमंडलों में केवल दो अनुमंडल मेदिनीनगर सदर और हुसैनाबाद में अग्निशामक टीम तैनात है। शेष दो पुलिस अनुमंडल छतरपुर, विश्रामपुर और पांकी में अग्निशामक दल मौजूद नहीं है। विश्रामपुर पुलिस अनुमंडल में एक सिटी और चार प्रखंड, छतरपुर सिविल सह पुलिस अनुमंडल में दो सिटी और चार प्रखंड तथा लेस्लीगंज पुलिस अनुमंडल में चार प्रखंड स्थित हैं। पलामू जिला अग्निशमन विभाग पदाधिकारी उत्तम मेहता ने बताया कि पलामू प्रमंडल में आगजनी जैसे घटना से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने सात गाड़ियां उपलब्ध कराई है। इसमें मेदिनीनगर में चार एवं हुसैनाबाद में दो बड़ी एवं एक छोटी गाड़ी को रखा गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मेदिनीनगर में 10 एवं हुसैनाबाद में सात कर्मी लगाए गए हैं जो पर्याप्त नहीं है। मेदिनीनगर में अग्निशामक वाहन के लिएपानी भी प्रमुख समस्या है। आस पास क्षेत्र में आग बुझाने के क्रम में पानी खत्म होने के बाद रेलवे स्टेशन पानी टंकी पर पहुंचना पड़ता है। अगर पूर्व से कोई टैंकर लगी रहती है तो उसे भरने के बाद ही पानी मिलता है।
विभाग के अन्य कर्मी ने बताया कि हाल के दिनों में बाजार समिति में पानी टंकी निर्माण कराया जा रहा है अगर रेलवे स्टेशन की तरह यहां भी टैंकर में पानी भरने की व्यवस्था कर दिया जाता तो कुछ हद तक आसानी होती है। प्रत्येक गाड़ी पर कम से कम पांच कर्मी रहने की जरूरत है ताकि वह तत्परता काम कर सके। पलामू जिला में सही लोकेशन नहीं मिलना, ट्रैफिक जाम एवं पानी सबसे बड़ी समस्या है। जिला मुख्यालय से 20 से 25 किलोमीटर दूरी पर किसी तरह के आगजनी जैसे घटना की सूचना मिलती है तो पूर्व से टैंकर में भर पानी को लेकर अग्निशमन दस्ता के टीम तुरंत निकल जाते हैं पर सही लोकेशन की जानकारी नहीं मिलना एवं ट्रैफिक जाम के कारण समय पर नहीं पहुंच पाते और जब तक पहुंचाते हैं तो काफी देर हो जाती है।
अग्निशामक कर्मियों ने बताया कि अग्निशामक टीम की चुनौतियों को कम करने में प्रशासनिक सहयोग की भी जरूरत है। अगर रास्ता खाली हो तो 20 से 25 किलोमीटर की दूरी 5 से 10 मिनट में तय कर लिया जाएगा पर यहां के लोग न तो सही लोकेशन देते हैं और न ही सायरन बजाने के बाद रोड खाली करते है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में छतरपुर में भी अग्निशमन विभाग के कार्यालय खोलने का अनुमति प्राप्त हो गया है, जल्द ही छतरपुर में कार्यालय खोल दिया जाएगा।
जिला अग्निशामक दल के सदस्यों ने कहा कि पांकी क्षेत्र के विधायक भी लगातार प्रयासरत है कि उनके क्षेत्र में भी अग्निशामक दल का कार्यालय खुल सके और समय पर अग्निशमन दस्ता की गाड़ी पहुंचकर आगजनी जैसे घटना पर काबू पाकर नुकसान कम कर सके। गर्मी के दिनों में आम लोगों से आवाहन किया है कि अपने उपस्थित में ही सुबह एवं शाम में कूड़ा कचरा जलाए एवं जलने के बाद पानी से उसे बुझा देने की घटना न हो इसके लिए प्रयास किया जाए।
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