अनाज मंडियों में गेहूं का उठान नहीं होने से किसानों का भुगतान नहीं
बल्लभगढ़ में किसानों को गेहूं की उठान धीमी होने के कारण 11 दिनों बाद भी भुगतान नहीं मिला है। मंडियों में किसानों ने लगभग 5.84 लाख क्विंटल गेहूं बेचा, लेकिन केवल 34 हजार क्विंटल ही उठाया गया। अनाज मंडी...

बल्लभगढ़, संवाददाता। अनाज की मंडियों से गेहूं की उठान धीमी होने से किसानों का भुगतान 11 बीतने के बाद भी नहीं हुआ है। किसान मंडियों में गेहूं पहुंचा चुका हैँ और अब उसे पैसे का इंतजार करना पड़ रहा है। बल्लभगढ़ सहित मोहना व तिगांव मंडी में क्षेत्र के किसान करीब 5 लाख 84 हजार क्ंिवटल गेहूं बेचने के लिए पहुंचा चुके हैँ, जिसकी सरकारी कीमत करीब 1 अरब 41करोड़ 62 लाख रुपये है। किसानों का शुक्रवार तक एक भी रूपया सरकारी भुगतान नहीं हुआ है।
किसान को भुगतान की सरकारी घोणा गेहूं एजेंसी के गोदाम उतरने के 72 घंटे के बाद होनी चाहिए किन्तू अनाज मंडियों से गेहूं का उठान धीमा हो किसानों को भुगतान कहां से होगा। बल्लभगढ़ सहित तिगांव व मोहना मंडी से शुक्रवार तक केवल 34 हजार क्ंिवटल गेहूं का उठान हुआ है। मोहना मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान हरि ओम शर्मा का कहना है कि गेहूं का उठान बेहद कम है। यहीं कारण है कि शुक्रवार तक किसानों को एक भी रूपये का भुगतान नहीं हुआ है। इसी प्रकार तिगांव मंडी के कार्यकारी अधिकारी एवं सचिव दीपक कुमार ने बताया कि उनकी मंडी में भी किसानों का भुगतान शुरू नहीं हुआ है, उठान भी बेहद कम है। इधर, बल्लभगढ़ के आढ़ती अमित मंगला का कहना है कि उठान नहीं होने के कारण किसानों का भुगतान शुरू नहीं हो पा रहा है। इसलिए किसान बेहद परेशान है।
गेहूं की उठान व आवक पर एक नजर
बल्लभगढ़ की अनाज मंडी में शुक्रवार तक एक लाख 16 हजार क्ंिवटल गेहूं की आवक हुई और पूरा गेहूं एजेंसी द्वारा खरीद लिया गया। उठान केवल 10 हजार कट्टे का हुआ है। इसी प्रकार मोहना मंडी में आवक 4 लाख क्ंिवटल गेहूं की हो चुकी है और 2 लाख 75 हजार क्ंिवटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। उठान 18 हजार 500 क्विंटल गेहूं हुआ है। तिगांव मंडी में 68 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई है और पूरा गेहूं एजेंसी द्वारा खरीद लिया गया है तथा उठान 6 हजार क्ंिवटल हुआ है।
गेहूं का उठान नहीं होने के लिए एसोसिएशन ने लिखा पत्र
बल्लभगढ़ अनाज मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान महिंद्र कुमार गर्ग ने बताया कि अनाज मंडी में सरकारी एजेंसी की ओर से जो गेहूं खरीद किया गया है, उसका उठान अभी तक एजेंसी द्वारा की ओर से नहीं किया गया है। भारतीय खाद्य निगम की ओर से लाइंस ट्रांसपोर्ट कंपनी को उठान के लिए ठेका दिया गया। जबकि आढ़तियों को उठान के लिए पर्याप्त मात्रा में गाडियां उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। इसके अलावा खरीद एजेंसी के द्वारा जिस ट्रांसपोर्टर को टेंडर अलॉट किया है। उसके द्वारा उठान के लिए गाड़ियां उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिसके कारण मंडी में गेहूं लेकर आ रहे किसानों के लिए खाली जगह नहीं मिलने की वजह से उनकी फसल को खरीदा नहीं जा रहा है। मंडी में करीब एक लाख 16 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। उठान न होने के कारण किसान को गेहूं का भुगतान नहीं हो पा रहा है। जिसके लिए किसान आढ़तियों के पास आ रहे है।
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