Severe Damage to Agricultural Power Lines in Haryana Due to Two Consecutive Storms कृषि लाइनों से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही, Faridabad Hindi News - Hindustan
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कृषि लाइनों से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही

फरीदाबाद में लगातार दो आंधियों के कारण दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को कृषि लाइनों की बिजली आपूर्ति बहाल करने में कठिनाई हो रही है। 1200 से अधिक बिजली खंभे टूट गए हैं और कृषि लाइनों को सुधारने में...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादSat, 24 May 2025 05:37 PM
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कृषि लाइनों से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। आठ दिन में लगातार दो बार आंधी आने के कारण दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग अभी कृषि लाइनों से बिजली आपूर्ति चालू नहीं कर पाया है। बिजली आपूर्ति बहाल करने में विभाग को अभी एक सप्ताह और लग सकता है। इससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा। 16 मई को आई आंधी में बिजली लाइनों पर पेड़ गिरकर गए थे, तो कहीं पर बिजली खंभे और ट्रांसफार्मर जा गिरे थे। शुरुआत में बिजली खंभों के टूटने की संख्या 552 थी, लेकिन अब विभाग के सर्वे में इनकी संख्या बढ़कर 1,200 से अधिक हो चुकी है।

22 मई को आई आंधी में भी 64 बिजली खंभे टूटकर गिर गए थे। इनकी संख्या और भी बढ़ सकती है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने शहरी और ग्रामीण बिजली लाइनों को तो चालू कर दिया था , लेकिन अभी तक कृषि लाइनें चालू नहीं हो सकी हैं। अब विभाग कृषि लाइनों को दुरुस्त करने का कार्य शुरू करने जा रहा है। टूटी हुई बिजली लाइनों के बारे में पूरी जानकारी के लिए बिजली निगम प्रबंधन गांवों के सरपंचों की भी मदद लेने जा रहा है, ताकि सभी टूटी लाइनों की जानकारी मिल सके। इसके लिए विभाग ने सरपंचों से टूटी हुई लाइनों की जीपीएस लोकेशन मांगी है। अब विभाग इन लाइनों का काम शुरू करने जा रहा है। कृषि लाइनों को दुरुस्त करने के लिए विभाग ने निजी एजेंसियों को जिम्मेदारी दी है। नुकसान ज्यादा होने के कारण विभाग को बिजली लाइनों को दुरुस्त करने में अभी एक सस्पताह का समय लग सकता है। धान की पौध तैयार करने में आ रही बाधा किसान धान की पौध तैयार करने की तैयारी कर रहे हैं। कृषि लाइन चालू न होने के कारण सिंचाई की दिक्कत हो रही है। किसान एल्टीनेटर किराए पर लेकर टयूबवेल चलवा रहे हैं। इसके लिए किसानों को एक हजार रुपये प्रति घंटे चुकाने पड़ रहे हैं। डीग गांव निवासी नरेंद्र यादव ने बताया कि आंधी से कृषि लाइनों में बड़ा नुकसान हुआ था। बिजली निगम के पास संसाधन सीमित हैं तो निजि एजेंसियों को जिम्मेदारी देकर कृषि लाइनों को दुरुस्त करवाना चाहिए। अब धान की फसल की पौध तैयार करनी है। कृषि लाइनें अभी चालू नहीं हैं। विभाग को किसानों के साथ तालमेल कर लाइनों को चालू करवाना चाहिए। बिजली कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज करवाते हैं तो मोबाइल पर मैसेज आता है कि आपकी शिकायत का समाधान कर दिया गया है। लगातार दो आंधी से शहर के साथ-साथ कृषि लाइनों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इस वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। कृषि लाइनों को दुरुस्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है। - जितेंद्र कुमार ढुल, अधीक्षण अभियंता, डीएचबीवीएन

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