ग्रेटर नोएडा: लिफ्ट के अंदर 30 मिनट तक फंसी रही महिला, कोई मदद को भी नहीं आया
सोसाइटी में लिफ्ट के खराब होने के साथ अंतिम रेस्क्यू सिस्टम को तुरंत काम करना चाहिए। इससे लिफ्ट किसी जदीकी फ्लोर पर खुल जाती है। महिला का आरोप है कि एंटी रेस्क्यू सिस्टम ने काम नहीं किया और वह 30 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रहीं।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ला रेजिडेंशिया सोसाइटी में शनिवार की देर रात लिफ्ट अचानक अटक गई। उसमें सवार बुजुर्ग महिला 30 मिनट तक फंसी रही। इस दौरान महिला की हालत खराब हो गई। आरोप है कि लिफ्ट में लगे सुरक्षा उपकरण ने ठीक से काम नहीं किया। जानकारी होने पर बिल्डर प्रबंधन ने महिला को बाहर निकाला। सोसाइटी के टावर- 26 के फ्लैट नंबर-903 में 65 वर्षीय रीता श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ रहती हैं। शनिवार की रात वह किसी काम से बाहर जा रही थीं। रात 10 बजे फ्लैट से निकली और लिफ्ट में सवार हुईं। तभी अचानक लिफ्ट थोड़ा नीचे जाने के साथ ही अटक गई। काफी देर तक उन्होंने लिफ्ट का गेट बजाया, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। काफी देर तक वह नीचे नहीं पहुंचीं तो परिजन ढूंढने लगे। तब जाकर लिफ्ट में फंसे होने की सूचना मिली।
बाद में बिल्डर प्रबंधन ने महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। आरोप है कि इस दौरान लिफ्ट में फंसे होने के कारण महिला की हालत खराब हो गई। महिला को बीपी और शुगर की परेशानी भी है। रीता श्रीवास्तव ने बताया कि लिफ्ट में फंसने के दौरान उन्होंने कई बार सिक्योरिटी अलार्म बजाया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। लिफ्ट में लगे एंटी रेस्क्यू सिस्टम ने भी काम नहीं किया। समय से मदद नहीं मिलने के कारण उन्हें अधिक परेशानी हुई।
सोसाइटी में लिफ्ट के खराब होने के साथ अंतिम रेस्क्यू सिस्टम को तुरंत काम करना चाहिए। इससे लिफ्ट किसी जदीकी फ्लोर पर खुल जाती है। महिला का आरोप है कि एंटी रेस्क्यू सिस्टम ने काम नहीं किया और वह 30 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रहीं। लिफ्ट में कोई भी इंटरकॉम की सुविधा मौजूद नहीं थी। महिला के फोन में नेटवर्क न होने के कारण वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पाई। लिफ्ट के अंदर सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हुए थे, जिसके कारण मेंटेनेंस एजेंसी को महिला के लिफ्ट में फंसने का पता नहीं चल पाया।