एसटीपी का रखरखाव न करने पर उद्योगों पर एफआईआर कराएं:मंत्री
-कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने नगर निगम व जीएमडीए अधिकारियों संग बैठक की -जलभराव की समस्या के निवारण के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुरुग्राम में मॉनसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसमें अब तक की प्रगति का आकलन करने, चुनौतियों का समाधान के लिए अन्य उपायों पर भी चर्चा की गई। उन्होंने एसटीपी का रखरखाव नहीं करने वाले औद्योगिक इकाईयों पर एफआईआर कराने के निर्देश दिया। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम को जलभराव से मुक्त करना केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है। निगम व जीएमडीए ने जलभराव के जो भी क्रिटिकल पॉइंट्स चिन्हित किए हैं। उन प्रत्येक पॉइंट्स पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए, ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही मिलने पर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने पानी की निकासी के लिए आवश्यक उपायों को प्राथमिकता देने और समस्या की जड़ तक पहुंचने के लिए स्थाई समाधान निकालने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि निगम व जीएमडीए अधिकारी जलभराव को लेकर किए जा रहे उपायों व उसकी प्रगति रिपार्ट लगातार उनके कार्यालय तक भिजवाना सुनिश्चित करें। जिन स्थानों पर ड्रेन इनलेट मिसमैच है। उसके लिए दोनों विभाग मिलकर काम करें।
राव ने संबंधित अधिकारियों को ड्रेनेज सिस्टम की तर्ज पर छोटे सीवरेज नेटवर्क की सफाई भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पर्यावरण मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में अधिकारियों से कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि शहर में विभिन्न सेक्टरों व रिहायशी क्षेत्रों में पीने के पानी को पार्क सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारी दोषी व्यक्तियों पर नियमानुसार कार्रवाई कर अन्य लोगों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करें।
राव नरबीर सिंह ने नगर निगम क्षेत्र में स्थित 41 माइक्रो एसटीपी प्लांट की कार्यप्रणाली की मौजूदा स्थित की रिपोर्ट तलब करते हुए क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अगले 15 दिन में सभी एसटीपी की जांच करवाएं। जिन औद्योगिक इकाइयों में एसटीपी का रखरखाव नहीं किया जा रहा, उन पर एफआईआर करवाने की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने निगम अधिकारियों से कहा कि निगम क्षेत्र में जो भी गैर कार्यात्मक बूस्टर है उनको निर्धारित समय में चालू कराएं।
जीएमडीए के अधिकारियों ने कैबिनेट मंत्री को जलभराव के उपायों की प्रगति से अवगत कराया। स्टॉर्म वाटर ड्रेन में अभी 12 किलोमीटर क्षेत्र में डिसिल्टिंग का काम जारी है, जो 30 जून से पहले पूरा कर लिया जाएगा। लेग 2 में भी सफाई के नए काम का अवार्ड किया गया है। सीवरेज सिस्टम की सफाई में अभी तक 85 किलोमीटर नेटवर्क की सफाई की जा चुकी है। 11 किलोमीटर पर काम चल रहा है। जिसे निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया जाएगा।
जिले में 404 रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सफाई के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है, जिसमें निर्धारित प्रक्रिया के तहत 10 जून तक सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम साफ कर दिए जाएंगे। सेक्टर-72ए से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 तक मास्टर ट्रेन के 4500 मीटर नेटवर्क में 74 प्रतिशत सफाई का काम पूरा हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पैदल पारपथ की सफाई व्यवस्था को लेकर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए निगम आयुक्त अशोक गर्ग ने बताया कि निगम द्वारा इनकी सफाई करवाई जा रही है। भविष्य में इनके रखरखाव व सफाई को लेकर भी कार्ययोजना तैयार करवाया जाएगा। निगम क्षेत्र में अभी 41 माइक्रो एसटीपी है, जिसमें से 28 सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं। इस मौके पर अतिरिक निगम आयुक्त वाईएस गुप्ता, जीएमडीए से चीफ इंजीनियर राजेश बंसल, डीएफओ राजकुमार, आरओ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से आकांश तंवर समेत नगर निगम व जीएमडीए के अधिकारी मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।