गुरुग्राम नगर निगम का नक्शा बदला, बराबर वार्ड में बंटे चारों जोन; देखें नया मैप
गुरुग्राम नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र के चारों जोन का नक्शा बदलकर नई सीमा निर्धारित कर दी गई है। निगम ने चारों जोन को बराबर वार्डों में बांट दिया है। अब वार्ड और डिविजन को लेकर लोगों में कोई असमंजस नहीं रहेगा।

गुरुग्राम नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र के चारों जोन का नक्शा बदलकर नई सीमा निर्धारित कर दी गई है। निगम ने चारों जोन को बराबर वार्डों में बांट दिया है। अब वार्ड और डिविजन को लेकर लोगों में कोई असमंजस नहीं रहेगा।
नई योजना में निगम ने जोन एक में आठ वार्ड, जोन दो में दस और तीन जोन में भी दस, जोन चार में आठ वार्डों को शामिल किया गया है। बता दें कि नगर निगम में अब वार्डों और डिविजन को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।
पहले एक वार्ड को दो जोन में बंटा होता था। इस कारण लोगों को कभी उस जोन के अधिकारियों से मिलना पड़ता था तो कभी दूसरे जोन के अधिकारियों से वह मिलते थे। वार्ड और जोन आपस में बंटे होने के कारण लोगों को तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही थी। निकाय चुनाव में भी नई वार्डबंदी में भी वार्डों की संख्या को 35 से बढ़ाकर 36 कर दिया है। इस कारण निगम ने नए सिरे ये चारों जोन और डिविजन को बराबर हिस्सों में बांट दिए हैं।

विधायकों को भी नहीं रहेगी समस्या : नगर निगम ने चारों जोन को इस प्रकार से सीमाकंन कर दी है कि अब विधानसभा क्षेत्र के अनुसार जोन को बांट दिया है। बादशाहपुर विधानसभा में कौन-कौन से वार्ड आ रहे हैं उनको अलग-अलग जोन में बांट दिया है। ऐसे में अब ना तो पार्षदों को अपने विकास कार्यों को लेकर समस्या रहेगी और ना ही विधायकों को।
पहले वार्डों के हिसाब से बंटे थे जोन : इससे पहले नगर निगम गुरुग्राम का जोन एक में 12 वार्ड शामिल थे। जोन दो में 12 वार्ड, जोन तीन में आठ वार्ड और जोन चार में तीन ही वार्ड शामिल थे। इस कारण वार्डों के अनुसार ही निगम के कार्यकारी अभियंताओं, एसडीओ और जेई को कार्यभार दिया हुआ था, लेकिन जोन-4 में तीन ही वार्ड होने के कारण अधिकारियों के पास छोटा क्षेत्र बच जाता था।
जोन-एक और दो में सबसे ज्यादा अधिकारियों पर काम को बोझ आता था। अब नई सीमा का निर्धारण हो चुका है, इससे हर जोन के अधिकारियों को कार्य निर्धारित करने में आसानी होगी।
लोगों को अब तक यह हो रही थी परेशानी
अभी तक एक कॉलोनी को दो वार्डों में बांटा गया था, एक वार्ड को दो जोन में बांटा हुआ था। इस कारण स्थानीय लोगों को अपने कार्यों को लेकर कभी उस जोन में तो कभी दूसरे जोन के अधिकारियों के पास चक्कर लगाने पड़ रहे थे। शहर के सेक्टर 15 क्षेत्र और झाड़सा रोड का क्षेत्र अलग-अलग जोन में बंटा हुआ था। इसके अलावा खेड़कीदौला क्षेत्र का वार्ड जोन एक और चार में विभाजित था। इसके कारण लोगों को कार्यों के लिए अलग-अलग जगहों और अधिकारियों के पास जाना पड़ रहा था।
डिविजन भी बांटे जाएंगे
जोन के अनुसार ही डिविजन को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि किसी भी आमजन, पार्षद, विधायक को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं रहे। इसको लेकर निगम ने इंजीनियरिंग विंग को आठ डिविजन में बांटा है। इससे पहले सात डिविजन निगम में बनी हुई थी। अब निगम ने जोन-1 में दो डिविजन शामिल की है। जोन-1 में डिविजन एक और एक-ए बनाई जाने की योजना बनाई है। जोन-2 में डिविजन दो और दो ए बनाई है। जोन-3 में डिविजन तीन और तीन ए बनाई है। जोन-4 में डिविजन चार और चार ए बनाई जाएगी।
महावीर प्रसाद, अतिरिक्त निगमायुक्त, गुरुग्राम नगर निगम ने कहा, ''सुविधा के अनुसार नगर निगम के चारों जोन और वार्डों को विधानसभा क्षेत्र के हिसाब भी बंटवारा किया है। लोगों में इससे वार्ड, जोन और विधानसभा क्षेत्र को लेकर अब कोई दुविधा नहीं होगी।''