विदेश यात्रियों के लिए जरूरी खबर, एक अप्रैल से बढ़ जाएगा यह चार्ज; बिजनेस-इकोनॉमी क्लास पर कितना असर
अगर आप विदेश यात्रा करते हैं तो दो दिन बाद आपको थोड़ी ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। इसकी वजह है दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले अंतरराराष्ट्रीय यात्रियों को एक अप्रैल, 2024 से अधिक शुल्क देना पड़ेगा।

अगर आप विदेश यात्रा करते हैं तो दो दिन बाद आपको थोड़ी ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। इसकी वजह है दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले अंतरराराष्ट्रीय यात्रियों को एक अप्रैल, 2024 से अधिक शुल्क देना पड़ेगा। भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) ने 31 मार्च 2029 तक वैध रीवाइज्ड टैरिफ संरचना को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।
नए स्ट्रक्चर के तहत, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) इकॉनमी क्लास के लिए 650 रुपए और बिजनेस क्लास के लिए 810 रुपए हो जाएगा। डिसेम्बार्किंग (उतरने वाले) यात्रियों को भी ज्यादा शुल्क देना पड़ेगा। इकोनॉमी यात्रियों को 275 रुपए और बिजनेस क्लास यात्रियों को 345 रुपए का भुगतान करना होगा। दिल्ली का आईजीआई एयरपोर्ट भारत का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा, जो इकॉनमी और बिजनेस क्लास के लिए अलग-अलग यूडीएफ दरें लागू करेगा।
इसी बीच, घरेलू यात्रियों के लिए यूडीएफ में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। यह विमान में चढ़ने के लिए 129 और उतरने के लिए रुपए 56 रुपए है। एईआरए ने एक बयान में कहा कि एयरपोर्ट ऑपरेटर ने शुरू में शुल्क में 730 फीसदी की वृद्धि की मांग की थी, लेकिन गहन समीक्षा के बाद इसमें 140 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी की गई है। एईआरए ने कहा कि यह समायोजन सरकार के साथ हुए समझौतों के अनुसार सेवा मानकों को बनाए रखते हुए एयरपोर्ट के सर्विस स्टैंडर्ड को लागत देने के लिए जरूरी है।
यूडीएफ एक ऐसा शुल्क है जो यात्रियों पर लगाया जाता है और इसका उपयोग एयरपोर्ट और संबंधित सुविधाओं के विकास के लिए किया जाता है। परिचालन दक्षता सुनिश्चित करने के लिए, एईआरए ने एयरलाइनों के लिए लैंडिंग और पार्किंग शुल्क को भी तर्कसंगत बनाया है, जिससे प्रतिस्पर्धी दरें बनी हुई हैं। ये शुल्क घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों पर वाइड-बॉडी और नैरो-बॉडी विमानों के लिए अलग-अलग होंगे। एईआरए ने 'उपयोगकर्ता भुगतान' सिद्धांत का हवाला देते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अलग यूडीएफ दरों को उचित ठहराया।