खेल : सफेद गेंद के प्रारूप के बादशाह साबित हो रहे हैं केएल
आईपीएल डायरी बेंगलुरु, एजेंसी। विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल सफेद गेंद के प्रारूप में बादशाह

आईपीएल डायरी बेंगलुरु, एजेंसी। विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल सफेद गेंद के प्रारूप में बादशाह साबित हो रहे हैं। फिर वह चाहे वनडे और या टी-20। उनका बल्ला आग उगल रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने के बाद अब वह आईपीएल में अपनी नई टीम दिल्ली कैपिटल्स के भी खेवनहार बन रहे हैं।
कर्नाटक का यह बल्लेबाज एक समय टीम के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए जूझ रहा था। पर चैंपियंस ट्रॉफी से लेकर आईपीएल तक जिस तरह अपनी तकदीर का पासा पलटा है, वह उनके जैसा तकनीकी कौशल का धनी बल्लेबाज ही कर सकता है। बेंगलुरु के खिलाफ गुरुवार को चिन्नास्वामी की पेचीदा पिच पर 175 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 93 रन बनाकर उन्होंने दिल्ली को छह विकेट से जीत दिलाई। उनका अर्धशतक जोखिम रहित था। इसमें 29 गेंद में 29 रन बनाने के बाद बाकी 64 रन सिर्फ 24 गेंद में बनाए।
यह कहना आसान है कि कर्नाटक का होने के कारण हालात से वाकिफ होने से उन्हें तेजी से रन बनाने में मदद मिली। हो सकता है कि ऐसा हुआ हो लेकिन सिर्फ यही कारण नहीं है। वह दिल्ली टीम की बल्लेबाजी की धुरी बने हैं तो अपने तकनीकी कौशल के दम पर। उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि टीम का उन पर भरोसा बेमानी नहीं है। हेजलवुड को 15वें ओवर में तीन चौकों और एक छक्के समेत 22 रन लेकर उन्होंने मैच का पासा दिल्ली के पक्ष में पलट दिया।
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नंबर गेम
-185 सर्वाधिक रन तीन मैच में 169.72 की स्ट्राइक रेट और 92.50 की औसत से बना चुके हैं दिल्ली के लिए
-10 छक्के और 15 चौके भी इस विकेटकीपर बल्लेबाज के बल्ले से निकले हैं अब तक
-140 रन बनाए 140 की औसत से चैंपियंस ट्रॉफी की चार पारियों में छठे नंबर पर खेलते हुए
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::: कोटस :::
'टी-20 में अलग-अलग क्रम पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं है, लेकिन उसने पिछले कुछ समय में ऐसा बखूबी किया है। मेरा मानना है कि वह उच्च स्तर का मध्यक्रम का बल्लेबाज है। उसके पास कौशल हमेशा से था लेकिन अब वह और स्वतंत्रता से खेल रहा है। उसे देखकर अच्छा लग रहा है।' -दिनेश कार्तिक, मेंटर, बेंगलुरु
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मांग के अनुकूल पिच नहीं मिली : कार्तिक
बेंगलुरु, एजेंसी। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मेंटर (मार्गदर्शक) दिनेश कार्तिक ने माना कि बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच की मांग करने के बावजूद टीम को चिन्नास्वामी स्टेडियम में चुनौतीपूर्ण पिच मिली हैं। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन इस संदर्भ में जल्द ही क्यूरेटर के साथ बात करेगा।
टीम घरेलू मैदान पर खेले दो मैच में पिच धीमी होने के कारण अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। गुजरात के खिलाफ उसकी टीम ने आठ विकेट पर 169 रन और दिल्ली के खिलाफ सात विकेट पर 163 रन बनाए। कार्तिक का मानना है कि उनकी टीम को घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलना चाहिए था। यहां की पिच पर अमूमन बड़े स्कोर बनते रहे हैं।
उन्होंने गुरुवार को मैच के बाद कहा, पहले दो मैच में हमने अच्छी पिच तैयार करने के लिए कहा था लेकिन हमें इस तरह की पिच मिली जिस पर बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण था। इसलिए हमने परिस्थितियों के अनुसार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। लेकिन हमें उनसे (क्यूरेटर) बात करनी होगी। हमें पूरा भरोसा है कि वह अपना काम अच्छी तरह से करेंगे। इसलिए निश्चित तौर पर यहां ऐसी पिच नहीं थी जिसे बल्लेबाजों को खास मदद मिल रही हो। यह चुनौतीपूर्ण पिच थी। अभी तक यहां खेले गए दोनों मैच में हमें एक जैसी पिच ही मिली है। टी-20 क्रिकेट की प्रकृति ऐसी है कि इसमें जितने अधिक रन बनेंगे उतना प्रसारक को फायदा होगा और प्रशंसकों को भी खुशी होगी। वे सभी चौके छक्के देखना चाहते हैं। हम जो कर सकते हैं उसके लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।
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