ब्यूरो::चौतरफा प्रहार से डरा पाकिस्तान आतंकियों को दे रहा सुरक्षा कवच
-पाकिस्तान भारत के संभावित एक्शन से डरा हुआ है नई दिल्ली, पंकज कुमार पाण्डेय।

-पाकिस्तान भारत के संभावित एक्शन से डरा हुआ है नई दिल्ली, पंकज कुमार पाण्डेय। आतंकवाद पर भारतीय सेना, सुरक्षा बल और विभिन्न एजेंसियों का चौतरफा प्रहार शुरू हो गया है। पाकिस्तान आतंकियों को भारत के प्रहार से बचाने के लिए सुरक्षा कवच देने लगा है।
घाटी में आतंकियों के घर, ठिकाने और उनके मददगारों को निशाना बनाया जा रहा। पाक में छिपे आतंकियों की लोकेशन को चिन्हित कर निशाना बनाने की तैयारी चल रही है। खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान भारत के संभावित एक्शन से बौखलाया और डरा हुआ है। भारतीय एजेंसियों को पुख्ता जानकारी मिली है कि तनाव के मद्देनजर पाकिस्तानी सेना आतंकियों की नए सिरे से मोर्चेबंदी कर रहा है। आतंकियों को कवर देने के लिए पाकिस्तानी सेना ने कई तरह के उपाय किए हैं। लांचिंग पैड की लोकेशन से उन्हें हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। वहीं प्लान बी के तहत पाकिस्तान आतंकियों के एक प्रशिक्षित समूह को सेना की मदद से आगे लाने की जुगत में है। जिन्हें जरूरी होने पर कवर फायर देकर, ध्यान भटकाकर कश्मीर घाटी में घुसाया जा सके। योजना यह है कि आतंकी भारतीय एजेंसियों को घाटी में उलझाकर रखें।
पाक की सैन्य गतिविधियों में तेजी
भारतीय एजेंसियों को सूचना मिली है कि पाकिस्तान की ओर अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट सैन्य गतिविधियों में अचानक तेजी आई है। विशेषकर बहावलपुर के इलाके में, जो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क का गढ़ माना जाता है। यहां पाकिस्तानी सेना की 31वीं कोर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बहावलपुर में जैश के मदरसे और हेडक्वार्टर की सुरक्षा बढ़ाने, एयर डिफेंस को एक्टिव रखने और रडार सिस्टम मुस्तैद करने के निर्देश दिए हैं। पाकिस्तानी सेना की 26 मेकनाइज़्ड डिवीजन और 35 इंफैंट्री डिवीजन ने इस क्षेत्र में अपनी हलचल बढ़ा दी है। भारत की सुरक्षा एजेंसियां इन सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
जैश के आतंकी कमांडर छिपाए गए
भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका से बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों में हड़कंप मचा है। कई कैंप खाली करा लिए गए हैं और आतंकियों को सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया गया है। जैश के शीर्ष कमांडरों को सेफ हाउस में छिपाया गया है और लॉन्चिंग पैड्स को खाली करवा लिया गया है। जैश-ए-मोहम्मद को इस वक्त सबसे ज्यादा सुरक्षा प्रदान की जा रही है। भारतीय एजेंसियां कश्मीर के अंदर आतंकियों को घेरने के साथ सीमापार आतंकी आकाओं के ठिकाने पर नजर बनाए हुए हैं।
पुराने हमलों से पहलगाम हमले का संबंध
सूत्रों का कहना है कि पहलगाम हमले का संबंध पहले अक्तूबर 2024 में हुए कम से कम दो अन्य आतंकवादी हमलों से हो सकता है। एक गगनगीर (गांदरबल) में, जिसमें छह गैर-स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई। वहीं दूसरा बूटा पथरी (बारामुल्ला) में, जिसमें दो सेना के जवानों और कई सेना के सहयोगियों ने अपनी जान गंवा दी। आशंका है कि आतंकी मूसा तीनों हमलों में शामिल रहा है। इसलिए मूसा खास निशाने पर है। स्थानीय आतंकियों में आदिल गुरी और अहसान हैं, जो लगभग सात वर्ष पहले पाकिस्तान गए थे और उनके कुछ समय पूर्व लौटने की सूचना है। पाकिस्तानी आतंकियों में सुलेमान शाह, आसिफ फौजी और अबु तल्हा बताए जाते हैं।
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