राज और उद्धव के बीच केवल भावनात्मक बातचीत हो रही : संजय राउत
--दोनों भाइयों के साथ आने की अटकलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी जारी --महाराष्ट्र के

मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ आने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र की सियासत गरम हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि अभी तक कोई गठबंधन नहीं है, केवल भावनात्मक बातचीत हो रही है। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे भाई हैं। हम सालों से साथ हैं। हमारा रिश्ता नहीं टूटा है। दोनों भाई गठबंधन के बारे में फैसला करेंगे। हमने उद्धव ठाकरे की बात मान ली है। महाराष्ट्र के लिए अगर हमें साथ आने की जरूरत पड़ी, तो हम साथ आएंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के हितैषी होने का दावा करने वाली पार्टियां वास्तव में महाराष्ट्र की दुश्मन है और उन्होंने राज्य के गौरव पर हमला करने के लिए शिवसेना को तोड़ा है। ज्ञात हो कि, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि वह मराठी मानुष की खातिर छोटे-मोटे विवादों को दरकिनार करते हुए अपने चचेरे भाई तथा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से हाथ मिलाने को तैयार हैं। राज के इस बयान के बाद मनसे नेता राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई एवं शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच संभावित राजनीतिक सुलह की अटकलें तेज हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने स्वागत किया
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों चचेरे भाइयों के बीच राजनीतिक सुलह की संभावना का स्वागत किया और इसे एक अच्छा कदम बताया। उन्होंने कहा कि अगर दोनों साथ आते हैं, तो हमें खुशी होगी। अगर लोग अपने मतभेदों को सुलझा लेते हैं, तो यह अच्छी बात है। मैं इसके बारे में और क्या कह सकता हूं?
सुलह के सवाल पर शिंदे नाराज
दोनों भाइयों के बीच सुलह को लेकर किए गए सवाल पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाराज हो गए। उन्होंने पत्रकार से कहा कि इस मुद्दे के बजाय वह सरकार के काम के बारे में बात करें।
उद्धव ठाकरे पर किया कटाक्ष
महाराष्ट्र के हित के लिए राज ठाकरे के साथ आने के उद्धव ठाकरे के बयान पर शिवसेना नेता किरण जगन्नाथ ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि वे महाराष्ट्र के हित के लिए एक साथ आएंगे, लेकिन राज्य में पहले ही अच्छा हो चुका है, भले ही आप अलग रहे हों। अच्छा एकनाथ शिंदे जैसे लोगों की वजह से हुआ, जिन्होंने फेसबुक लाइव सरकार नहीं चलाई। उन्होंने काम करने के लिए हर शहर और जिले का दौरा किया।
मंत्री नितेश राणे ने साधा निशाना
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बयान का जवाब देने के लिए क्या उद्धव ठाकरे ने अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे से सलाह ली थी? ऐसे फैसलों में उनकी राय अधिक महत्वपूर्ण होती है। मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि रश्मि ठाकरे ने राज ठाकरे के शिवसेना से बाहर निकालने में केंद्रीय भूमिका निभाई थी, जबकि उस समय दोनों चचेरे भाइयों के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं था।
निजी तौर पर होनी चाहिए चर्चा
शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि दोनों नेता भाई हैं, लेकिन वे अलग-अलग राजनीतिक रास्ते पर चलते हैं और साथ आने के बारे में कोई भी चर्चा टीवी पर नहीं बल्कि निजी तौर पर होनी चाहिए।
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