मानसून में नहीं होगा जलभराव, 24 घंटे मौजूद रहेंगे पंप ऑपरेटर; दिल्ली CM ने बताया क्या कर रही सरकार
मानसून के दौरान जलभराव रोकने के लिए दिल्ली सरकार कई कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि मानसून के दौरान जलभराव रोकने के लिए पंप ऑपरेटर 24 घंटे मौके पर तैनात रहें।

मानसून के दौरान जलभराव रोकने के लिए दिल्ली सरकार कई कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि मानसून के दौरान जलभराव रोकने के लिए पंप ऑपरेटर 24 घंटे मौके पर तैनात रहें। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना एवं पीडबल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के साथ जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। रेखा गुप्ता ने बताया कि यह निरीक्षण मानसून में जलभराव रोकने के लिए है। उन्होंने मिंटो ब्रिज के अलावा डब्लयूएचओ एवं आईटीओ पर होने वाले जलभराव वाली जगहों का निरीक्षण किया।
मिंटो ब्रिज का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार पंपिंग सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटेड होंगे और 24 घंटे ऑपरेटर मौके पर मौजूद रहेंगे। पम्पिंग स्टेशन को पूरी तरह ऑटोमेटेड सिस्टम से जोड़ा गया है। जैसे ही जल स्तर एक निश्चित लेवल तक पहुंचेगा, पंप अपने आप चालू हो जाएंगे।
मिंटो ब्रिज पर डूब जाती थी बस
मिंटो ब्रिज पर निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही स्थान है जहां पहले बसें डूब जाती थीं। पिछले वर्ष यहां पंप तक पानी में डूब गया था और ऑपरेटर तक नहीं पहुंच पाए थे। इस बार सरकार ठोस तैयारी कर रही है ताकि दिल्ली को फिर से वैसी भयावह जलभराव की स्थिति न देखनी पड़े। उन्होंने बताया कि अभी सरकार ने कई टैंकरों के माध्यम से यहां पानी को छोड़ा है ताकि यह सुनश्चित हो पाए कि यह सिस्टम कार्यरत है या नहीं। यहां लगभग 2.5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन डाली गई है, जिससे पानी को सीधे निकासी प्वॉइंट तक ले जाया जा सके। जलभराव के साथ जाम एवं डॉर्क स्पॉट की समस्या को रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने सभी संबंधित विभागों के साथ एक उच्चस्तरीय समन्वय बैठक की। इसमें बताया गया कि 2023 में दिल्ली पुलिस ने 308 जलभराव वाले स्थानों की पहचान की थी, जो 2024 में घटकर 194 रह गई।
ये कार्य किए जा रहे
● मानसून से पहले नालों से गाद निकालने का काम तेजी से हो रहा
● अधिक जलभराव वाली जगहों पर पंप स्टेशन लगाए जा रहे हैं। कई पंप स्टेशनों को ऑटोमैटिक किया
● ऑपरेटरों की कमी को दूर करने के लिए नई नियुक्तियां की जा रहीं